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संयुक्त राष्ट्र संगठन के एलान पर 7 जून को मनाया जायेगा वर्ल्ड फूड डे सेफ्टी डे

जमशेदपुर: संयुक्त राष्ट्र संगठन ने वर्ष 2018 7 जून को वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे मनाने का ऐलान किया इस दिन लोगों को खाद्य सुरक्षा से संबंधित विषयों पर एवं सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन के संबंध में लोगों को जागरूक किया जाता है जीवी।
डब्ल्यूएचओ द्वारा खाद्य सुरक्षा हेतु निम्न पांच बातों पर ध्यान देने के लिए कहा गया है
1 खाना बनाने की जगह पर साफ सफाई का ध्यान रखें, बर्तन को अच्छी तरह धोएं एवं अपने हाथों को भी बार-बार धोए।
2 कच्चे खाद्य पदार्थ एवं पके हुए या ready-to-eat खाद्य पदार्थों को अलग अलग रखें एवं व्यवहार करें।
3 भोजन को अच्छी तरह पकाएं।
4 भोजन को सुरक्षित तापमान पर रखें। 5 डिग्री सेल्सियस से 65 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान को डेंजर जोन माना जाता है।
5 खाना पकाते समय पानी एवं अच्छे कच्चे सामग्री का इस्तेमाल करें।
एफएसएसएआई द्वारा लोगों में खाने की अच्छी आदतों को बढ़ावा देने के लिए देशभर में कई सारे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
जिले में अभी तक ही कार्य से अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम एवं अभी तक अधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी घाटशिला के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा से संबंधित कार्यों का निर्वहन किया जा रहा है।
1 लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन- खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत सभी खाद्य कारोबार करता को अपने व्यापार के अनुसार फूड लाइसेंस अथवा रजिस्ट्रेशन लेना अनिवार्य है। तत्व अनुमंडल कार्यालय परिसर धालभूम एवं अनुमंडल कार्यालय परिसर घाटशिला में कैंप का आयोजन किया गया जिसमें क्रमशः 220 एवं 145 आवेदन प्राप्त हुए। नाश्ते के सहयोग से शहर के कई जगहों पर कैंप लगाकर स्ट्रीट फूड वेंडर्स का आवेदन किया गया।
विगत 1 वर्ष में पूरे जिले में खाद्य सुरक्षा कार्यालय द्वारा 485 लाइसेंस एवं 4424 रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट निर्गत किया गया।
2. छापेमारी, इंस्पेक्शन एवं ऑडिट- जिले में इंफोर्समेंट ड्राइव के तहत खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा विगत 1 वर्ष में 160 खाद्य प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई एवं जुर्माना वसूला गया जिसमें होटल रेस्टोरेंट, रिटेलर होलसेलर आदि शामिल है।
135 होटल रेस्टोरेंट एवं मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का pre एवं पोस्ट लाइसेंस इंस्पेक्शन किया गया।
एफएसएसएआई के अभियान ईट्राइट इंडिया के तहत विगत वर्ष में पूरे जिले में 116 होटल एवं रेस्टोरेंट का हाइजीन रेटिंग ऑडिट किया गया।
3. खाद्य सुरक्षा से संबंधित जागरूकता – लोगों को सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन प्राप्त हो इसके लिए खाद्य कारोबार करता के साथ-साथ उपभोक्ता की जागरूकता की भी अहम भूमिका है। इसके तहत सभी ब्लॉक , सार्वजनिक स्थलों पर मार्केट में मॉल्स स्टोर्स आदि जगहों पर IEC का उपर स्थापन किया गया।
LED Screens , डिजिटल, प्रिंट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को इस विषय पर जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। इस अभियान के तहत जुबली पार्क के सामने स्ट्रीट फूड वेंडर्स तीन दिवसीय ईट राइट मेला का आयोजन किया गया।
जिले में कार्यरत आशा वर्कर्स, ANMs, KGBV स्कूल वार्डन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को भी खाद्य सुरक्षा से संबंधित जागरूकता हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
4 ईट राइट केंपस- सेफ फूड इन्वायरमेंट के तहत जिले के कुल 7 केंपस को एफ एस एस ए आई द्वारा ईट राइट कैंपस के रूप में सर्टिफाइड किया गया है।
स्कूलों को ईद राइट स्कूल के एक तहत जागरूकता हेतु जिले के कुल 23 स्कूलों का चयन किया गया है जिसमें माध्यमिक, उच्च, उत्क्रमित एवं कस्तूरबा विद्यालय शामिल है इन विद्यालयों में जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
5 फूड सेफ्टी सुपरवाइजर ट्रेनिंग- सभी खाद्य प्रतिष्ठानों में प्रति 25 कर्मचारी पर एक फूड सेफ्टी सुपरवाइजर होना अनिवार्य है।
जिले में बंटू ग्रीन स्किल्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से विगत 1 वर्ष में 1300 लाइसेंस धारी खाद्य कारोबार करता को एवं 3000 से अधिक स्ट्रीट फूड वेंडर्स कोFoSTaC ट्रेनिंग प्राप्त हुआ है।
5 लीगल एवं सर्विलेंस सैंपल विगत 1 वर्ष में कुल 41 सैंपल को सेंट्रल फूड लैबोरेट्री कोलकाता एवं 208 सैंपल जांच हेतु स्टेट फूड लैबोरेट्री रांची भेजा गया है। खाद्य सुरक्षा जनजीवन के स्वास्थ्य से संबंधित है सुरक्षित एवं पौष्टिक भोजन सभी को प्राप्त होना अनिवार्य है। इसके लिए खाद्य कारोबार करता, उपभोक्ता, संबंधित संगठन एवं मीडिया पक्ष सभी का सहयोग अपेक्षित है।

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