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भाजपा झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है जो कभी सफल नहीं होगा : रामदास सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बदनाम करने के विरोध में झामुमो ने डीसी ऑफिस के सामने धरना दिया


जमशेदपुर । भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और वर्तमान झारखंड सरकार को बदनाम एवं अस्थिर करने की साजिश के विरोध में (सोमवार) को डीसी ऑफिस के सामने एक दिवसीय धरना दिया गया, जिसका नेतृत्व घाटशिला विधायक एवं झारखंड मुक्ति मोर्चा पूर्वी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन ने किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा की केंद्र में भाजपा की सरकार को यह बात पच नहीं रही है कि झारखंड में झामुमो एवं कांग्रेस की महा गठबंधन सरकार सफलतापूर्वक चल रही है। हमारे राज्य सरकार के मुख्यमंत्री, मंत्री एवं विधायकों पर कार्रवाई और जांच का आदेश देकर हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश है, और भाजपा की इस सोच के विरोध में सोमवार को जिले के सभी कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले समय में हमारे केंद्रीय समिति से जो आदेश आएगा उसके अनुसार इस आंदोलन को हम और बुलंद करेंगे! महंगाई पर उन्होंने कहा कि महंगाई चरम सीमा पर पहुंच चुकी है। दाल, तेल, गैस और अन्य कई चीजों के दामों में काफी वृद्धि हुई है। लोकसभा चुनाव के वक्त यही भाजपा के लोगों ने मुफ्त गैस देने का वादा किया था और मुफ्त जो गैस लोगों को दिया गया था अब उन लोगों का हजार रुपए तक पैसा लग रहा है। लोगों ने गैस सिलेंडर को रैक पर रख दिया है।

झामुमो नेता मोहन कर्मकार ने कहा की लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुसार यहां चुनकर लोग अपनी सरकार का गठन करते हैं। लोगों के बहुमत पर ही राज्य में यह यूपीए गठबंधन की सरकार बनी है। सरकार बनते ही कोरोना का आगमन हुआ पर पर्याप्त संसाधनों के साथ भी हमारे मुख्यमंत्री ने सारी दिक्कतों से जूझने का कार्य किया।

प्रमोद लाल ने कहा की डीसी कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना चल रहा है क्योंकि केंद्र सरकार हमारी गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। कभी ईडी के नाम पर और कभी किसी के नाम पर धमकाने का प्रयास किया जा रहा है। इस धरने के माध्यम से यह बताने का उद्देश्य है कि किस कदर जब से राज्य में या महागठबंधन की सरकार बनी तब से केंद्र सरकार इसे तोड़ने का और मुख्यमंत्री की सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है।

आस्तिक महतो ने कहा की झारखंड मुक्ति मोर्चा एक संघर्षशील पार्टी है और उन्होंने ही झारखंड राज्य की लड़ाई लड़ी और एक अलग पहचान दी। इससे पहले जब यहां सरकार चली, 900 करोड़ का हाथी उड़ा, तब कोई जांच नहीं की गई। केंद्र सरकार चाहे हमारी गठबंधन सरकार को तोड़ने के लिए कितने ही प्रयास करें पर वह विफल ही रहेंगे।
पूर्व सांसद सुमन महतो ने कहा की आज पूरे राज्य में सभी जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने झारखंड मुक्ति मोर्चा के तत्वाधान में एक दिवसीय धरना किया जा रहा है। केंद्र सरकार यह जो अनर्गल चीजें सामने ला रही है, इतने दिन तक यह कहां थे ? जब हमारी सरकार बनी थी तब यह मुद्दा उठने चाहिए थे, तब उंगली उतनी चाहिए थी। जब आप की सरकार थी तब उन मुद्दों को क्यों नहीं खोला? इसमें जरूर कोई बात होगी।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता वीर सिंह सुरेन ने कहा की केंद्र सरकार का जो तरीका और रवैया है उसके खिलाफ हम लोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। विगत कुछ दिनों से हमारी सरकार को केंद्र में जो भाजपा की सरकार है, उसने अस्थिर करने का प्रयास किया है। पूजा सिंघल का जो मामला था वह 2012 के मनरेगा से जुड़ा है जिसमें उन्होंने घपला किया था। इतने वर्षों बाद भाजपा सरकार को यह याद आ रहा है और मनरेगा घोटाले पर ईडी के कार्रवाई के साथ इन्होंने दूसरा काम शुरू कर दिया है और किसी न किसी कारण से हेमंत सोरेन की सरकार को तंग करने और बदनाम करने का प्रयास हो रहा है। इसी के विरोध में हम लोगों ने यह कार्यक्रम रखा है। रघुवर दास के कार्यकाल में करोड़ों का जो हाथी उड़ाया गया था उसमें अरबों रुपए का घोटाला हुआ है, लेकिन उस घोटाले का जांच ना ईडी कर रही है और ना ही भारत सरकार, क्योंकि उनका हमेशा प्रयास रहा है कि उनकी पार्टी के जो नेता रहे हैं या मुख्यमंत्री रहे हैं, उनके घोटाले और घपलों को दफन कर दिया जाए और आज जो मुख्यमंत्री हैं उनके ऊपर यह सारे इल्जाम मढ दिए जाएं। धरना देने वालों में जुगसलाई विधायक मंगल कालिंदी, हिदायतुल्ला खान, झारखंड मुक्ति मोर्चा के शेख बद्रुदीन, राजू गिरी, बाबर खान, जिला उपाध्यक्ष अरुण प्रसाद, श्यामल सरकार, लालटू महतो, गोपाल महतो, राजा सिंह, अनंत सिंह, गिल, प्रीतम हेंब्रम सहित सैंकड़ों की संख्या में झामुमो कार्यकर्ता शामिल हुए।

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