BusinessFeaturedJamshedpurJharkhandNational

गोदरेज एण्‍ड बॉयस ने पूर्वी भारत में अपने ग्रीन प्रोडक्‍ट पोर्टफोलियो को मजबूत किया

गोदरेज मैटेरियल हैण्‍डलिंग अपने राजस्‍व का 20% से ज्‍यादा पर्यावरण के अनुकूल उत्‍पादों (ग्रीन प्रोडक्‍ट्स) से अर्जित करती है

जमशेदपुर : भारत की मैन्‍युफैक्‍चरिंग इंडस्‍ट्री में लगातार बदलाव हो रहा है और इसकी वजह से हम न केवल महत्‍वपूर्ण औद्योगिक विकास होते देख रहे हैं, बल्कि हमने देखा है कि कॉर्पोरेट भारत भी उत्‍पादन की ऐसी प्रक्रियाओं को सचेत होकर अपना रहा है जोकि पर्यावरण के अनुकूल हैं। गोदरेज ग्रुप की प्रमुख कंपनी गोदरेज एण्‍ड बॉयस ने यह घोषणा की है कि इसके व्‍यवसाय गोदरेज मैटेरियल हैण्‍डलिंग ने अपनी पर्यावरण के अनुकूल उत्‍पाद (ग्रीन प्रोडक्‍ट) श्रेणी में अपने पोर्टफोलियो को मजबूत किया है और कंपनी की नजर वित्‍त वर्ष 2024 तक भारत में इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट्स के बाजार में 28% हिस्‍सेदारी हासिल करने पर है। जमशेदपुर में कुछ सबसे बड़े स्‍टील और आयरन के संयंत्र हैं, और इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट को अपनाकर मैन्‍युफैक्‍चरर्स पूर्वी भारत में स्‍थायी उत्‍पादन की ओर आसानी से बढ़ने में सक्षम होंगे। गोदरेज मैटेरियल हैण्‍डलिंग भारत में 5 टन इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट का उत्‍पादन करने वाली पहली कंपनी है और इसकी इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट की 10% बिक्री भारत के पूर्वी क्षेत्र में होती है।

कंपनी का हर व्‍यवसाय पर्यावरण के संदर्भ में जिम्‍मेदार उत्‍पादों एवं समाधानों से अपना राजस्‍व अर्जित करे, यह सुनिश्चित करने वाली कंपनी की ‘गुड एण्‍ड ग्रीन’ पहल के तहत, गोदरेज मैटेरियल हैण्‍डलिंग अपना 20% से ज्‍यादा बिजनेस ऐसे उत्‍पादों से जनरेट करती है। इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट की नई डिजाइन की गई यूएनओ सीरीज इस पोर्टफोलियो में एक संकलन है और उपभोक्‍ता को ऐसा अनुभव देने के लिये प्रतिबद्ध है, जो टेक्‍नोलॉजी के मामले में ज्‍यादा समृद्ध और सक्षम हो। इलेक्ट्रिक-पावर्ड फोर्कलिफ्ट्स के परिचालन की लागत 20% तक कम होती है और ये बहुत कुशल तथा बहुपयोगी होते हैं, इसलिये ये डीजल फोर्कलिफ्ट ट्रकों से बेहतर हैं। ब्रावो इलेक्ट्रिक सीरीज में ट्विन मोटर टेक्‍नोलॉजी और वेट डिस्‍क ब्रेक्‍स लगे हुए हैं, जो डीजल का परफॉर्मेंस और इलेक्ट्रिक के फायदे देते हैं और इससे मांग वाले प्रयोगों और संकरी जगहों में उत्‍पादकता मिलती है। इसकी मशीनरी चलाने में आसान होती है और यह पर्यावरण के लिये सुरक्षित भी है। गोदरेज पीआरओ सीरीज का रीच ट्रक दो शिफ्टों में काम कर सकता है, इसमें सिंगल हायर कैपिसिटी बैटरी होती है, जो कार्यस्‍थल पर ज्‍यादा सुर‍क्षा सुनिश्चित करती है।

इस पर अपनी बात रखते हुए, गोदरेज मैटेरियल हैण्‍डलिंग, गोदरेज एण्‍ड बॉयस में सेल्‍स एवं मार्केटिंग प्रमुख नेविले मेवावाला ने कहा, “गोदरेज मैटेरियल हैण्‍डलिंग में हम अपने ‘गुड एण्‍ड ग्रीन’ उत्‍पादों की हिस्‍सेदारी बढ़ाने के लिये लगातार काम कर रहे हैं। हमारा मानना है कि यह न केवल एक सही विकल्‍प है, बल्कि इसका बड़ा आर्थिक महत्‍व भी है। इसके साथ हमारा लक्ष्‍य बाजार में ऐसे उत्‍पाद एवं समाधान लेकर आना है, जो भारत में आपूर्ति श्रृंखला और लॉजिस्टिक्‍स सेगमेंट को ज्‍यादा सक्षम और स्‍थायी बनाएं। यूनो इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट ट्रक अधिकतम आउटपुट देने के लिये बनाया गया है। नया यूनो प्‍लेटफॉर्म पुराने वर्जन से 10% ज्‍यादा ऊर्जा दक्ष है, क्‍योंकि इसमें ऊर्जा का कम नुकसान होता है और इसमें उच्‍च वोल्‍ट सिस्‍टम भी दिया गया है। इसके इस्‍तेमाल से कार्बन फुटप्रिंट में उल्‍लेखनीय कमी आएगी और मैटेरियल हैण्‍डलिंग का काम ज्‍यादा बढ़िया होगा।”

जमशेदपुर में औद्योगिक संयंत्रों के तीव्र विकास और मैन्‍युफैक्‍चरसर्स द्वारा शुरू की गई स्‍थायी पहलों के कारण पूर्वी भारत में डीजल से इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट ट्रकों की ओर महत्‍वपूर्ण ढंग से कदम बढ़ाए गये हैं। आज बाजार में इलेक्ट्रिक ट्रकों की हिस्‍सेदारी 65% है, जोकि चार साल पहले 57% थी।

इलेक्ट्रिक फोर्कलिफ्ट, जिनका उत्‍पादन गोदरेज मैटेरियल हैंडलिंग द्वारा किया जाता है, 1.5 से लेकर 5 टन तक की फोर्कलिफ्ट श्रेणी में एक शक्तिशाली संपत्ति है। इसमें अत्‍याधुनिक एर्गोनॉमिक्‍स, ज्‍यादा सुरक्षा, बेहतर विजिबिलिटी और हर चार्ज के साथ परिचालन का ज्‍यादा लंबा समय मिलता है। ऐसे आधुनिक उत्‍पादों के साथ, गोदरेज एण्‍ड बॉयस हमेशा वैश्विक टेक्‍नोलॉजी को भारतीय उपभोक्‍ताओं के लिए व्‍यावहारिक बनाने में आगे रही है।

Related Articles

Back to top button