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गाजीपुर: एक PNR पर दलाल ने करा दिया 4 लोगों का Railway Ticket, बुकिंग का ऐसा तरीका कि उड़ गए सबके होश

आरपीएफ ने एक टिकट दलाल को शुक्रवार के दिन पकड़ा है। शातिर किस्म के इस दलाल से पुलिस ने तत्काल टिकट और पैसे जब्त कर लिए हैं। जानकारी के अनुसार इस दलाल ने एक ही पीएनआर पर दो हिंदू और दो मुस्लिम यात्रियों का टिकट काउंटर से बनवाया था। इसके लिए वह यात्रियों से टिकट भाड़े से अतिरिक्त पैसे चार्ज करता था।

राजेश कुमार झा

गाजीपुर: छुट्टियों के सीजन में महानगरों के लिए चलने वाली ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट (Train Waiting List) देखने को मिल रही है। ऐसे में ट्रेन टिकट के दलालों की बल्ले-बल्ले है। मुंह मांगी कीमत पर लोग तत्काल टिकट (Tatkal Ticket) कंफर्म खरीदने पर मजबूर हैं। ऐसा ही एक मामला गाजीपुर में उस समय प्रकाश में आया, जब गाजीपुर आरपीएफ (RPF) ने एक टिकट दलाल को पकड़ा। तत्काल टिकट पर दो हिंदू और दो मुसलमान यात्री का नाम दर्ज होने पर आरपीएफ नेजांच शुरू किया। जानकारी हुई कि पैसे लेकर दो अलग-अलग परिवारों के टिकट एक ही पीएनआर पर दलाल की ओर से बनवाए गए थे।आरपीएफ गाजीपुर सिटी इंस्पेक्टर अमित कुमार राय ने बताया कि वह अपने साथ स्टॉफ को लेकर शुक्रवार को रेलवे रिजर्वेशन काउंटर पर आकस्मिक जांच के क्रम में पहुंचे थे। इस दौरन उनकी टीम ने संजीव कुमार नाम के टिकट दलाल को धर दबोचा। पूछताछ करने पर जानकरी हुई कि वह गाजीपुर के थाना शदियाबाद में बरहट गांव का रहने वाला है। आरपीएफ ने उसके पास से गाजीपुर से मुंबई का एक तत्काल टिकट भी जब्त किया। संजीव नाम के दलाल से टिकट बनवाने के बदले दो ग्राहकों से दो-दो नाम पर एक साथ 4 यात्रियों का टिकट बनवाने के लिए कुल 5560 रुपया लिए थे। एक ही पीएनआर चार अलग अलग यात्रियों के टिकट बनाए गए थे।
कई लोगों को बेच दिए फर्जी टिकट

जानकारी करने पर मालूम हुआ कि टिकट पर दो हिंदू और दो मुसलमान यात्रियों के नाम दर्ज थे। एक पीएनआर टिकट पर दो हिंदू, दो मुसलमान यात्रियों के नाम दर्ज होने को लेकर आरपीएफ को शक हुआ। पूछताछ में आरपीएफ को जानकारी हुई थी, वह बेहद शातिर किस्म का दलाल था। वो हर दूसरे दिन स्टेशन बदलकर लोगों के टिकट किराए से ज्यादा पैसा वसूल कर बुक करवाता था। गाजीपुर के अलग-अलग टिकट काउंटर से उसने पहले कितने लोगों के टिकट निकलवाए हैं। आरपीएफ इस बारे में भी विवेचना कर रही।

तत्काल टिकट बुकिंग की ट्रिक

एनबीटी ऑनलाइन की टीम ने आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित राय से रिजर्वेशन काउंटर के स्टाफ के मिलीभगत को लेकर के लिए सवाल किया। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि रिजर्वेशन काउंटर की स्टाफ दलाल के साथ लिप्त नहीं था। सामान्य तौर पर यात्री फॉर्म भरकर रिजर्वेशन काउंटर पर देते हैं। इसके एवज में उन्हें टिकट उपलब्ध करा दिया जाता है। हालांकि नाम नहीं छापने की शर्त पर रेलवे के स्टाफ ने बताया कि अक्सर दलालों की ओर से अलग-अलग लोगों के फॉर्म ले लिए जाते हैं। रिजर्वेशन काउंटर पर समय रहते दो फॉर्म की फीडिंग करने का वक्त नहीं रहता है। ऐसा करने पर तत्काल टिकटों की बुकिंग खत्म हो जाती है। यह कंफर्म टिकट निकालने का एक आसान सी ट्रिक होता है कि एक साथ कई लोगों के नाम एक ही पीएनआर पर नाम फीड कर दिए जाते हैं। ऐसा रिजर्वेशन कॉउंटर के स्टाफ के मिली भगत से संभव है।

क्यों पकड़ में नहीं आता दलाल

एक तत्काल रेलवे टिकट गाजीपुर से मुंबई कीमत 3260 रुपया के साथ पकड़ा गया। एक ही टिकट में 2 हिंदू और 2 मुस्लिम नाम होने पर शक हुआ। पूछताछ में उसने बताया की चार-पांच जिले के स्टेशन पर जाकर वह टिकट बनवाने का कार्य करता है, जिस कारण जल्दी वह पकड़ में नहीं आता था।

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