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WHO ने कोरोना मरीजों के लिए सुझाई दो दवाएं, जानिए कैसे करती है काम

January 16 2022, 8:16 [IST]

जमशेदपुर। दुनियाभर में फैली कोरोना महामारी से लड़ने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो दवाओं का सुझाव दिया है जोकि कोरोना के खिलाफ लडाई में काफी कारगर साबित हो सकती हैं, इन दो दवाओं का नाम बैरीसिटिनिब और सोट्रोविमैब है।

बैरिसिटिनिब दवा का इस्तेमाल रुमेटाइड गठिया के इलाज में भी किया जाता है।

अब इस दवा का इस्तेमाल कोर्टिकोस्टेराइड के साथ कोरोना के इलाज में भी किया जा रहा है। यह दवा जेनस किनासे क्लास के अंतर्गत आती है जोकि प्रतिरक्षा प्रणाली की अतिउत्तेजना को दबाने में सहायक का काम करती है। यह दवा मुंह के द्वारा ली जाती है, इस दवा को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जुलाई 2018 में कोरोना के इलाज के लिए सुझाया था।

सोट्रोविमैब दवा की बात करें तो

इसका उत्पादन ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन कंपनी अमेरिका की कंपी वीर बायोटेक्नोलोजी के साथ मिकर करती है। इस दवा का इस्तेमाल कोरोना से होने वाली दिक्कतों से लड़ने के लिए किया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस दवा के इस्तेमाल का सुझाव जिन कोरोना मरीजों की तबीयत खराब है या फिर हालत ज्यादा खराब है और अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ सकती है के लिए दिया था। यह दवा भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में काफी कारगर साबित होती है और मरीजों को इससे काफी लाभ होता है।

ये दोनों दवाएं बैरिसिटिनिब एक एक इम्युनोमोड्यूलेटर, टोसीलिज़ुमैब का एक विकल्प है।

ये दवा कोरोना के गंभीर मरीजों को दी जाती है, खासकर कि वो मरीज जो अस्पताल में स्टेरॉडय से ठीक हो रहे हैं। आईसीएमआर के सदस्य डॉक्टर संजय पुजारी ने बताया कि कोरोना की गंभीर स्थिति में मरीज के शरीर के भीतर काफी गर्मी बढ़ती है, जिसकी वजह से बीमारी और भी गंभीर हो जाती है। इसे कुछ दवाओं के द्वारा रोका जाता है, फिर बैरिसिटिनिब की मदद से इसे नियंत्रित करने की कोशिश की जाती है।

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