भोजपुरी भाषा को संवैधानिक मान्यता के लिए धरना दिया गया
जमशेदपुर /नई दिल्ली : भोजपुरी के संवैधानिक मान्यता और आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए भोजपुरी जन जागरण अभियान के संगठन के अध्यक्ष डाॅ० संतोष पटेल के नेतृत्व में 6 अगस्त को दिल्ली के जंतर मंतर पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इस धरना का अध्यक्षता छपरा से आए प्रो० पी राज सिंह ने किया वहीं संचालन राणा अवधूत ने किया। डाॅ० संतोष पटेल ने कहा कि भोजपुरी भाषा मान्यता आंदोलन हेतु भोजपुरी जन जागरण अभियान देश भर मे भोजपुरी को संविधान में शामिल कराने हेतु लगातार संघर्षरत है तथा साहित्य एवं संस्कृति को सहेजने का काम भी कर रही है। अध्यक्षीय संबोधन में प्रो० पी राज सिंज ने कहा कि भोजपुरी जन जागरण अभियान द्वारा प्रत्येक संसदीय सत्र के दौरान धरना प्रदर्शन किया जा चुका है और इस बार 19 वाँ धरना का आयोजन हुआ। धरना के बाद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को मांग पत्र दिया गया।
विदित हो कि भोजपुरी के संवैधानिक मान्यता को लेकर कुछ सांसद और मंत्री समर्थन में आगे भी आये थे परन्तु सरकार अपनी मनसा स्पष्ट नहीं कर पाई ।भोजपुरी आठवीं अनुसूची में होगी बार-बार संसदीय सत्र में आश्वासन दिया गया और अगला तारीख तय कर दिया गया कि बस अब अगले संसद सत्र में भोजपुरी आठवीं अनुसूची में होगी। आज हुए इस धरना में मनोज कुमार सिंह, अशोक श्रीवास्तव, रंगकर्मी महेन्द्र प्रसाद सिंह, अजीत सिंह, धनंजय कुमार सिंह, अभिषेक भोजपुरिया, देवेन्द्र कुमार, प्रमेन्द्र कुमार, डाॅ० पुष्कर, विजय लक्ष्मी उपाध्याय, रेखा भारद्वाज, अंजली शिवाय, डाॅ० राजेश कुमार मांझी, डाॅ० मनोज कुमार राजकुमार अनुरागी, नागेन्द्र सिंह पटेल, भाई बी के सिंह, झारखंड से रजनी सिंह, गुजरात से अशोक सिंह, राजस्थान से विजय सिंह, प्रेम विशाल, रामेश्वर सिंह कुशवाहा, रितेश सिंह राणा, ई० मृत्युंजय कुशवाहा, उद्भव शांडिल्य, यूपी से डाॅ० जनार्दन सिंह, बिहार से डाॅ० विश्वजीत, चन्द्रभूषण कुमार, ओम प्रकाश, बिट्टू, संदीप, अनीष कुमार कंठ, सी के भट्ट, राजेश श्रीवास्तव, मुकुल श्रीवास्तव, शंकर सिंह, मुखदेव बैठा, के के सिंह, शैलेन्द्र सिंह, रंजीत कुशवाहा, पार्थ समेत सैकड़ो भोजपुरी सिपाही मौजूद रहे।