सिक्खी नारे के साथ पांच प्यारों का स्वागत, अकाल तख्त महान है सिख पंथ की शान है
जमशेदपुर. सिखों की सर्वोच्च धार्मिक बॉडी श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर से आए पांच प्यारों का स्वागत मानगो शहीद खुदीराम बोस चौक में सिक्खी नारे, “जो बोले सो निहाल सत श्री अकाल”, “श्री अकाल तख्त महान है सिख पंथ की शान है” के साथ स्वागत किया और शोभायात्रा के तौर पर उन्हें साकची गुरुद्वारा साहिब लेकर पहुंचे।
मानगो चौक में झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान शैलेंद्र सिंह, मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सुखविंदर सिंह, बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह, टीनप्लेट कमेटी के महासचिव और सीजीपीसी संचालन समिति के सुरजीत सिंह खुशीपुर, जसवंत सिंह जत्थेदार कुलदीप सिंह, कुलवंत सिंह पहलवान, बलबीर सिंह, सुखवंत सिंह राजेंद्र सिंह लाली, अमरीक सिंह, हीरा सिंह, गुरमीत सिंह, सुखदेव सिंह, सर्वजीत सिंह, बूटा सिंह,पूर्व प्रधान सुरजीत सिंह, पूर्व प्रधान इंदर सिंह इंदर, बीजेपी नेता कृतजीत सिंह रॉकी, बीजेपी नेता रिखराज सिंह रिकी, अवतार सिंह जख्मी, त्रिलोचन सिंह आदि उपस्थित थे।
श्री अकाल तख्त साहिब से पांचप्यारे भाई बिक्रमजीत सिंह, भाई जसपाल सिंह भाई कुलवंत सिंह भाई राजपाल सिंह एवं भाई बिक्रमजीत सिंह सड़क मार्ग से पूर्वी भारत में सिख धर्म के प्रचार प्रसार के लिए निकले हैं और संगत को पंथ के साथ जोड़ते हुए खालसा के रूप में सजा रहे हैं। परसों बुधवार एक जून को मानगो गुरुद्वारा में सुबह दस बजे अमृत संचार कार्यक्रम होगा। मंगलवार 31 मई को सुबह में साकची गुरुद्वारा तथा शाम को मानगो गुरुद्वारा में कीर्तन दरबार सजाया जाएगा और उसमें 1699 के खालसा पंथ साजना के ऐतिहासिक घटनाक्रम और इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला जाएगा।