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मोदी सरकार कि आठ वर्षों के कार्यकाल में भारत की छवि अच्छी हुई है:लक्ष्मी सिन्हा

बिहार (पटना सिटी) राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव महिला प्रकोष्ठ श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा बातचीत में बताया कि मई 2014 भारतीय जनमानस ने राष्ट्रीय राजनीतिक में बड़ा बदलाव किया। भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक बहुमत मिला और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनी। लोगों का भरोसा कायम रहा और प्रधानमंत्री का करिश्मा दूसरी बार भी लोगों के सिर चढ़कर बोला। दोनों कार्यकाल को मिलाकर केंद्र सरकार आज जब अपने 8 वर्ष पूरे कर रही है तो इनमें लगातार दो वर्ष से अधिक समय से कोविड_19 महामारी का संकट और यूकेन युद्ध के चलते वैश्विक ध्रुवीकरण जैसे प्रतिकूल हालत भी शामिल रहे हैं। किस विषय परिस्थिति मैं दुनिया की आपूर्ति श्रृंखला बधित होने का असर हर देश पर पड़ा है। श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य स्पष्ट है। ईज आफ गिविंग और ईज आफ डूइंग बिजनेस पर उनका जोर रहा है। इसमें निजी क्षेत्र की भूमिका का महत्त्व भी वह जानते हैं। मोदी के नेतृत्व में इन आठ वर्षों को भविष्य मैं उस काल खंड के रूप में जाना जाएगा, जिसमें भारत में आमूलचूल बदलाव हुए। एकजुट प्रयासों, योजनाओं और उनकी बेहतर निगरानी ने देश के गरीबों के जीवन में अभूतपूर्व बदलाव किया है। श्रीमती सिन्हा ने बताया कि 2014 में स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया गया और पांच साल में देश खुले में शौच से मुक्त हो गया। ग्रामीण क्षेत्रों में 1.65 करोड़ घर बने, जहां अन्य योजनाओं के जरिए बिजली, पानी, गैस और शौचालय की सुविधा दी गई। 2017 में सौभाग्य योजना शुरू हुई और 18 महीने में ही 2.63 करोड़ घरों में बिजली कनेक्शन पहुंच गया। अगस्त, 2019 में जब जल जीवन मिशन शुरू हुआ, तब मात्र 17% ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंच रहा था। अब यह आंकड़ा 50% के पार चला गया है। देश में 2 अरब के करीब कोविड वैक्सीन कीदोज़ लगाई जा चुकी है। मोदी सरकार ने दुनिया भर में टिके निर्यात किए हैं। मार्च, 2020 में महामारी शुरुआत से ही 80 करोड़ लोगों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। बीते आठ वर्षों में प्रशासन को भी नए सिरे से परिभाषित किया गया है। योजनाओं की लीकेज पुरानी बात हो गई है। अब लक्षित वर्ग तक योजनाओं का लाभ पहुंचता है। इनमें जन धन_आधार_ मोबाइल की तिकड़ी का बड़ा योगदान रहा। भारत ने बैंक खाता खोलने के मामले में गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बना लिया। आधार के जरिए एक अरब से ज्यादा लोगों को बायोमेट्रिक व्यवस्था में जोड़ा गया। वहीं मोबाइल के प्रयास ने वित्तीय समावेशन को सुनिश्चित करने में बड़ी भूमिका निभाई। इस तिकड़ी के जरिए 6.5 लाख करोड़ रुपए का लाभ सीधे लोगों के खाते में भेजा जा चुका है। डिजिटल पेमेंट को आध्दितीय विस्तार मिला है। स्थानीय सब्जी वाले से लेकर बड़े-बड़े स्टार्ट तक, हर जगह यूपीआई क्यूंआर कोड से पेमेंट हो रही है। अप्रैल, 2022 में यूपीआई के जरिए 9.8 लाख करोड़ रुपये के कुल 5.6 अरब लेन-देन हुए। श्रीमती सिन्हा ने बताया कि पिछले आठ वर्षों में भारत की अक्षय उर्जा क्षमता में सबसे तेजी से विस्तार हुआ है। सीओपी 26 में प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के पंचामृत क्लाइमेट एक्शन को सबके सामने रखा और महत्वकांक्षी प्रतिबद्धताएं भी जताई। पीएम ने नेशनल हाइड्रोजन मिशन की शुरुआत का ऐलान किया और कहा कि भारत ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन एवं निर्यात का हब बनेगा। जहां एक तरफ विकसित देश क्लाइमेंट फींडिग को लेकर अपनी जिम्मेवारी से नजरें चुराने की कोशिश कर रहे हैं वही भारत ने आगे बढ़कर कमान संभाली है। श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि अल्पकालिक समस्याओं के इतर अगर सरकार के इन आठ वर्षों के कामकाज की तुलना करें तो अर्थशास्त्री से लेकर कूटनीति के माहिर खिलाड़ी भी मानते हैं कि कई मोर्चों पर देश को बढ़त हासिल हुई दिखती है। भारत की छवि बेहतर हुई है, लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट होने वाला नहीं है।

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