बालिगुमा में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बाहा पर्व
जमशेदपुर।।एमजीएम थाना अंतर्गत बालीगुमा में हर्षोल्लास के साथ बाहा पर्व मनाया गया। नायके बाबा मोहन हांसदा के नेतृत्व में आदिवासी परंपरा रीति रिवाज के साथ सखुआ पेड़ के नीचे मारांग बुरु, जाहेर आयो, मोड़े को, तुरुय को, लिटा गोसांई आदि इष्ट देवताओं का सखुआ और महुआ का फूल से पूजा अर्चना की गई। तथा देवताओं को प्रसन्न करने के लिए मुर्गा एवं बकरा का बलि दी गई। समाज मे सुख-समृद्धि, पहाड़ जंगल हरा भरा रहे, पर्यावरण के संरक्षण एवं प्रदूषण और रोकथाम,समय पर वर्षा की आगमन, समाज में रोग एवं महामारी से मुक्ति, आपसी भाईचारा का बढ़ावा आदि की कामना की जाती हैं।
बहा पर्व करने के पश्चात लोग नये फल,फूल और पत्ते का उपयोग प्रारंभ करते हैं। मांस का खिचड़ी बनाकर प्रसाद के रूप में वितरण किया गया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता मदन मोहन सोरेन ने कहा के महापर्व प्रकृति के प्रति अटूट प्रेम की भावना अंतर्निहित है इसलिए पूरी दुनिया के आदिवासी प्रकृति की उपासना करते हैं। आदिवासियों का जीवन प्रकृति के साथ एक दूसरे को पूरक होती है। विकास के नाम पर प्राकृतिक का अत्याधिक दोहन से पूरे मानव जगत चिंतित हैं। शुद्ध हवा पानी भोजन का घोर अभाव दिनों दिन बढ़ते जा रहा है।उन्होंने कहा कि प्रकृति को नजरअंदाज करना घातक परिणाम होगा।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता मदन मोहन सोरेन, माझी बाबा रमेश मुरमू, पूर्व नायके मोसो हांसदा, नायके बाबा मोहन हांसदा,लुगू हांसदा,पप्पू सोरेन, हाड़ीराम सोरेन, भागीरथ सोरेन, अर्जुन किस्कु, बलराम सोरेन, विश्वनाथ मुर्मू, रामदास मुर्मू, ठाकुरदास मुर्मू, लुगु हसदा, सिंगरई सोरेन आदि उपस्थित थे।