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पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी के पहल पर रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर के सौजन्य से मौदा के सुनका तालाब का जीर्णोद्धार कार्य हुआ शुरू

जमशेदपुर। बहरागोड़ा प्रखंड की गांव-पंचायत मौदा का सुनका तालाब पूरी तरह से सूख गया है। तालाब सूखने के कारण आसपास का जलस्तर भी नीचे चला गया है। चापाकल व कुआं का पानी भी नीचे चला गया है। इससे आम लोगों को कठिनाई हो रही है। 40 वर्ष पूर्व यहां तालाब का निर्माण हुआ था। उसके बाद कभी इसकी जीर्णोद्धार नहीं होने से धीरे-धीरे तालाब मिट्टी व गाद से भर गया है। लोगों ने पिछले कई सालों से विभाग से तालाब के जीर्णोद्धार की मांग की मगर सफल नहीं हो पाया। तब ग्रामीणों ने पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी से मदद मांगी। कुणाल षाडंगी ग्रामीणों की परेशानियों को देखते हुए रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर से आग्रह कर इस तालाब का जीर्णोद्धार का काम शुरू करवाया।

जिसका तपतपाती धूप में दोपहर में आज उद्घाटन समारोह में मुख्य रूप से पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी, रोटरी क्लब ऑफ जमशेदपुर के भावी अध्यक्ष प्रमोद दुबे, पूर्व अध्यक्ष ज्ञान तनेजा शामिल हुए। ग्रामीणों ने सभी अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया तथा अतिथियों फीता काटकर विधिवत तरीके तालाब जीणोद्धार का उद्घाटन किया।

कुणाल षड़ंगी ने कहा अगर विभाग की ओर से पहले ही तालाब की सुध ली जाती तो वह सूखता नहीं। लोग किसी तरह अपने लिए पानी की व्यवस्था कर लते हैं पर जानवरों के लिए संकट पैदा हो जाता है। दूर-दूर तक कोई जलाशय भी नहीं है कि वे अपनी प्यास बुझा पाएं। तालाब सूखने का असर गामीणों के चापाकल व कुओं पर भी पड़ा है। अभी तो इन दोनों स्त्रोतों से पानी मिल रहा है पर दोनों का जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है। मौजूदा स्थिति है कि तालाब में एक बूंद पानी नहीं है।

तालाब के सूखने से सबसे ज्यादा ग्रामीण प्रभावित हुए हैं। इस तालाब के जल का उपयोग लोग स्नान करने, मछली पालन करने आदि में करते थे। यह तालाब पशुओं के लिए भी काफी उपयोगी है। तालाब के सूखने से पशुपालकों को भी परेशानी हो रही है। वर्तमान में यह तालाब लोगों के लिए बेकार हो गया है। लोगों ने विभाग से तालाब के जीर्णोद्धार की मांग की है। कहा कि कई अन्य स्थानों पर तालाब का गहरीकरण किया गया, परंतु इस तालाब की ओर ध्यान नही दिया गया है। इस तालाब के जीर्णोद्धार होने से काफी हद तक लोगों को पानी संकट से निजात मिलेगी। इस तालाब में बारिश के पानी के प्रवेश के रास्ते के विकल्पों को साफ व सुदृढ करना भी बारिश से पहले बहुत जरूरी है ताकि ज्यादा से ज्यादा बारिेस का पानी तालाब में जा सके।

मौके पर मुखिया पुरुषोत्तम मुंडा,श्रीमंत होता, बबलू पानी, रविकांत सीट, दीपक बारीक और दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।

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