भाजपा नेता सह पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह पर अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने कसा तंज कहा, मच्छरदानी के साथ जनता को नींद की गोली भी दे दें
जमशेदपुर। वीडियो देखा जिसमें हाल ही में भाजपा में शामिल हुए रिटायर्ड आईपीएस राजीव रंजन सोनारी के सिद्धू कान्हू बस्ती में मच्छरदानी बांटते नजर आए।. इस वीडियो को उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में डाला भी है जिसे देखकर हैरत में हूं। कहां तो नए नए नेता बने पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सोनारी की झुग्गी झोपड़ी की बस्तियों में बेहतर नागरिक सुविधाओं के लिए टाटा स्टील या जेएनसी से मांग करते, मांगे न मानने पर घेराव करते तो वे मच्छरदानी बांट रहे हैं. यह हास्यास्पद है। उनको एक काम करना चाहिए, जब मच्छरदानी बांट ही रहे हैं तो साथ में नींद की गोली भी वे जनता को दे दें ताकि जनता आराम से उस मच्छरदानी के भीतर नींद में सो जाए और अपने भले बुरे का ध्यान ही न रखे।
भाजपा नेता सह पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह
सवाल है कि मच्छरदानी जनता को चाहिए या ऐसी साफ सफाई और व्यवस्था कि मच्छरदानी की जरुरत ही न पडे. आखिर जमशेदपुर की जनता को कब तक यहां के नेता मूर्ख बनाते रहेंगे।.एक तरफ चकाचक सर्किट हाउस के इलाके की चकाचक सफाई तो दूसरी तरफ बस्तियों पर कोई ध्यान न देना यहां के प्रशासन और कार्पोरेट हाउस पर सवाल खडे करता है वहीं दूसरी तरफ नेताओं का इनसे सवाल न करना और भी बडे सवाल करता है। जमशेदपुर की जनता चाहे बस्ती की हो या गैर बस्ती के इलाके की, उसको सोचना होगा कि उसको कैसा नेता चाहिए। दया करके कभी कुछ सामान बांटने वाला या उनके विकास के लिए कार्य करनेवाला।
अंत में पूर्व डी आई जी से कहना चाहूंगा कि आश्चर्य मत कीजिएगा अगर आपके द्वारा दी गई मच्छरदानी का इस्तेमाल दो मुहानी में लोग मछली मारने में करे और हां माफ कीजिएगा जनता इतनी भी बेवकूफ नहीं जितना नेतागण उसे समझते हैं।बस उसके सामने बेहतर विकल्प नहीं है। जब विकल्प दिखेगा तब मच्छरदानी बांटनेवाले को नहीं बल्कि मच्छर पनपने न देनेवाले नेता का चुनाव करेगी।