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बाबूलाल मरांडी का राज्य सरकार पर जोरदार प्रहार कहा हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन राज्य में दूसरे आदिवासी नेता को बढ़ने नही देना चाहते।राज्य में लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से ध्वस्त है।

जमशेदपुर। भाजपा विद्यायक दल के नेता सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार काम से ज्यादा कमाने की चिंता कर रही है। हेमंत सरकार के 20 महीने के शासन में प्रदेश में 2800 बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुई। पूरे प्रदेश में अव्यवस्था और अराजकता का माहौल है, अपराधी बेखौफ होकर अपराध कर रहे हैं, प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गयी है। बाबूलाल मरांडी मंगलवार को जमशेदपुर परिसदन में प्रेस-वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार गठन के 20 महीने बाद भी हेमंत सरकार की कोई उपलब्धि नहीं दिखी है। पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था धरातल में है और आपराधिक घटनाओं का ग्राफ प्रतिदिन बढ़ रहा है। प्रतिदिन चोरी, लूटपाट, डकैती और छिनतई की घटनाओं से अख़बार पटा पड़ा है। उन्होंने कहा कि अक्षम अधिकरियों को प्रोन्नति और मनचाही पोस्टिंग मिलती है। पलामू में जिस पुलिस अधिकारी की मिलीभगत से 10 लाख रुपए फिरौती लेकर अपराधी दो लोगों की हत्या कर देते हैं, उसी पुलिस अधिकारी को धनबाद जैसे संवेदनशील जिले की जिम्मेदारी सौंप दी जाती है। गत दिनों रांची के एक पत्रकार पर हमला हुआ। हमलावर अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। प्रदेश में वकील, जज, पत्रकार, महिलाएं कोई खुद को सुरक्षित अनुभव नहीं कर रहा है। प्रदेश में अवैध खनन और अवैध बालू उठाव जोरों पर है, सरकार ने खुद बालू की लूट मचा रखी है। राज्य में हो रहे अवैध खनन और बालू उठाव से सरकार की तिजोरी नहीं बल्कि हेमंत सोरेन के परिवार की तिजोरी भरी जा रही है।

कोरोना के बहाने जिम्मेदारियों से भाग रही सरकार:
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर कोरोना के नाम पर जिम्मेदारियों से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोरोना के बहाने पूरे प्रदेश में योजनाएं कछुए की चाल से चलाई जा रही है। कई कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। कोरोनाकाल में सरकार ने राज्य की जनता को उनके हालात पर छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का स्वास्थ्य सेवाओं पर कोई ध्यान नहीं है। पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो गयी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के पहले लहर के बाद कई मशीनें झारखंड भिजवाई, लेकिन सभी मशीनें वैसे ही बन्द पड़ी रही और धूल खाती रही। किसी का इस्तेमाल ही नहीं किया गया। रांची में कई मेडिकल के लिए मशीनों को खरीदने में कई महीनों के समय लग गए और अंततः हाईकोर्ट को दखल देना पड़ा।

मीडिया सरकार को आईना दिखाए तो बंद हो जाते हैं विज्ञापन: बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार के विरोध में उठने वाले आवाज को दबाने की कोशिश की जाती है। सोशल मीडिया पर लिखने वालों पर भी फर्जी मुकदमे कर उन्हें डराया जाता है। राज्य की सबसे बड़ी पंचायत और लोकतंत्र के मंदिर को भी हेमंत सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए इस्तेमाल किया। सरकार ने संविधान के विरुद्ध जाकर विधानसभा में नमाज कमरा आवंटित करने का निर्णय लिया, जिसका लोकतांत्रिक विरोध करने पर हमारे ऊपर लाठियां बरसाई गई और उल्टे मुकदमे दर्ज किए गए। आज हेमंत सरकार के विरोध में कोई मीडिया संस्थान आवाज उठाती है तो उनके विज्ञापन पर रोक लगा दी जाती है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ता सरकार के हर गलत नीति और तानाशाही रवैये के खिलाफ सड़क पर उतरने को तैयार है। प्रेस-वार्ता के दौरान सांसद विद्युत वरण महतो, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी, भाजपा महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अभय सिंह, जिला महामंत्री अनिल मोदी एवं जिला मीडिया प्रभारी प्रेम झा उपस्थित थे।

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