धर्मांतरण मामला : सीजीपीसी करेगी समाज के दबे कुचले लोगों की मदद, गुरुद्वारा कमेटियों को दिए गए निर्देश
पांच मेंबरी सीजीपीसी संचालन समिति को तथाकथित बताया, मुखे बोले धर्मांतरण मामले में ढकोसली राजनीति कर रहें शैलेंद्र व अन्य
जमशेदपुर : टिनप्लेट के नानक नगर में पिछले दिनों धर्मांतरण के माामले में उठे विवाद के बीच सोमवार को कोल्हान के सिखों की प्रमुख धार्मिक संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने चुप्पी तोड़ी है। सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि धर्मांतरण मुद्दा वाकई में बहुत गंभीर है। अगर सही मायने में जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है तो मैं उसका सख्त विरोधी हूं।।उसके लिए सीजीपीसी सख्ती से पेश आएगी। जबरन धर्म परिवर्तन कराने वालों को भी नहीं छोड़ने वाली। मुखे ने कहा कि ये औरंगजेब का जमाना नहीं है कि जबरन धर्म परिवर्तन करवा लें, या फिर किसी का जनेउ उतार लिया जाए।।जो अपने धर्म के प्रति समर्पित हैं।।अपने समाज के दबे कुचलों की मदद करते हैं. वैसे समाज के लोग कभी धर्म परिवर्तन पर ध्यान नहीं देगे। पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ उसके लिए हम भी जिम्मेवार हैं। उन्होंने कहा कि पास्टर रवि सिंह के परिवार से सीजीपीसी ने मुलाकात की है. उन्हें समाज में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।।पास्टर की बहन ने बताया कि उसका भाई जब बहुत बीमार हो गया था। तब इसाई समाज के धर्म गुरुओं ने नई जिंदगी मिली. तब हमारे समाज के लोगों ने कुछ साथ नहीं था। तभी से हमारी मान्यता इसाई समाज में हो गई. मुखे ने कहा कि नामदाबस्ती व बारीडीह के बहुत से लोगों की वापसी सिख समाज में हो चुकी है, अन्य को भी समाज की मुख्य धारा से जोडा जाएग। उन्होंने कहा कि गत लॉकडाउन में समाज के कुछ लोगों ने स्थानीय कमेटियों से मदद मांगी थी. मदद नहीं मिलने पर ही लोग समाज से भटक गए। इसे लेकर सीजीपीसी ने ठोस रणनीति बनाई है. इसके तहत सीजीपीसी व सक्ष्म गुरुद्वारा कमेटियों को दबे कुचले जरुरतमंद लोगों की मदद करने का बीढ़ा उठाया जाएगा. स्वास्थ्य, शिक्षा व शादी ब्याह का खर्च वहन किया जाएगा. तब ऐसी परिस्थित नहीं आएगी। सीजीपीसी कायार्लय में समाज के लोगों को शादी कराने पर प्रीति भोज व अन्य रस्म में सौ लोगों तक की जिम्मेवारी उठाई जाएगी। इसके लिए एक माह पहले सीजीपीसी को आवेदन देना होगा। साथ ही 51 सौ रुपए की मदद भी की जाएगी। संवाददाता सम्मेलन से पूर्व पिछले दिनों एक दैनिक अखबार के वरीय संवाददाता शमीम जमशेदपुरी के निधन पर शोक भी जताया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई. पत्रकार सम्मेलन में वरीय उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह बोझा, तारा सिंह गिल, करतार सिंह, कन्दवेनर दलजीत सिंह दल्ली, अमरजीत सिंह गांधी, दलजीत सिंह बिल्ला, जसबीर सिंह पदरी, तरसेम सिंह सेमा, हरदयाल सिंह, सुखविंदर सिंह, अमरजीत सिंह अंबा, बलबीर सिंह बबलू व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
कमलजीत कौर भी चंगाई सभा में हुई शामिल
मुखे ने कहा कि जब धर्मांतरण मुद्दे पर सीजीपीसी गंभीर हुई और टिनप्लेट में पास्टर रवि सिंह के घर पहुंचे. तो वहां पता चला कि सीजीपीसी के पूर्व प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह के समय सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की पूर्व प्रधान कमलजीत कौर भी चंगाई सभा में शामिल हुई. इसके लिए उन्होंने सीजीपीसी की तथाकथिच संचालन समिति को भी कहीं न कहीं दोषी ठहराया है और कहा कि तथाकथित पांच मेंबरी कमेटी दिखावे के लिए ओछी राजनीति कर रही है।
सीजीपीसी की देखरेख में चुनाव होंगे, फर्जी कमेटी से बचने की अपील
प्रेस कांफ्रेस में गुरुद्वारा के आगामी चुनावों पर बोलते हुए प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि जिन गुरुद्वारा मे चुनाव होने वाले हैं वह सीजीपीसी की देखरेख में होंगे और उन्हें ही मान्यता दी जाएगी। सीजीपीसी संचालन समिति फर्जी है।।वह गुरुद्वारों में फूट डालो की राजनीति कर रही है।।निजी स्वार्थ के लिए सरदार शैलेंद्र सिंह यह करवा रहे हैं।।गुरुद्वारा कमेटियों को फर्जी संचालन समिति से बचने की अपील मुखे व अन्य पदाधिकारियों ने की है।
कोलकाता में जयपाल भुल्लर के इनकाउंटर के तार जमशेदपुर से जुड़े
फर्जी प्रधान व गुंडा कहे जाने पर गुरमुख सिंह मुखे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।।उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कोलकाता में बंगाल व पंजाब पुलिस के संयुक्त मिशन में जयपाल भुल्लर नामक अपराधी का इनकाउंटर हुआ था. उनके फर्जी पासपोर्ट जमशेदपुर में बने थे।।मुखे ने कहा कि तथाकथित सीजीपीसी संचालन समिति के एक मेंबर के घर के पते पर पासपोर्ट बनाया गया। फर्जी कमेटी ऐसे बड़े अपराधों में संलिप्त है। सीजीपीसी शीघ्र ही जिला प्रशासन से मिलकर इसकी जांच की मांग करेगी।।साथ ही उन्होंने कहा कि गत सीजीपीसीस चुनाव में पंजाब के अपराधियों से मेरी हत्या की साजिश रची गई थी, जिसमें विरोधी सफल नही हुए थे।।उन्होंने कहा कि मैं इलेक्टेड प्रधान हूं। मुझे फर्जी कहने से पहले अपने गिरेबां में झांका जाए।।रोजी रोटी बंद होने से विरोधी उलुल जलूल बयानबाजी कर रहे हैं।