धर्म भगवती कंटेनर प्राइवेट लिमिटेड में मजदूरों का हड़ताल समाप्त
जमशेदपुर। धर्म भगवती कंटेनर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, सिमोलडांगा, एनएच 33 नेशनल हाइवे स्थिति कंपनी में दो दिनों से चल रहे हड़ताल मंगलवार को कंपनी प्रबंधन, मजदूर और झारखंड जनतांत्रिक महासभा के त्रिपक्षीय सफल वार्ता वे बाद समाप्त हुआ।
मजदूरों का कंपनी प्रबंधन से मांग है कि –
दुर्घटना में घायल मजदूर को उचित मुआवजा और आश्रितों को नॉकरी दिया जाए
निकाले गए मजदूरों को तत्काल नियुक्त किया जाए मजदूरों का सुरक्षा उपकरण का व्यवस्था किया जाए
सभी मजदूरों का पीएफ – ईएसआई कार्ड तत्काल बनाया जाए
सभी मजदूरों का गेट पास तत्काल बनाया जाए
कंपनी प्रबंधन ने इस सभी मांगों को मानते हुए हड़ताल खत्म किया गया। कंपनी प्रबंधन ने कहां कि हमलोग एक महीने के अंदर छुटे हुए सभी मजदूरों का पीएफ – ई एस आई बनवा देंगे. सभी मजदूरों का तत्काल गेटपास बनाया जाएगा। निकाले गए मजदूरों को बी काम पर रखा गया. दुर्घटना में घायल हुए मजदूर का इलाज का पूरा खर्च उसे मुआवजा आश्रित व्यक्ति को कंपनी में नॉकरी दिया जाएगा।
महासभा के दीपक रंजीत ने कहां कि यह मजदूरों का जीत है. आगे भी हमलोग मजदूरों के हक़ अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से सुनील हेम्ब्रम, कृष्णा लोहार, अजित तिर्की, विष्णु गोप, मंगल महतो, जेकब किस्कु, दीपक रंजीत, राजाराम मुर्मू, बादल धोरा, दामन सिंह, धनंजय सिंह, शशधर सिंह, पद्दोलोचन महतो, दिनेश महतो, मनोरंजन सिंह, रतन सिंह, प्रकाश महतो, डमन सिंह, गणेश सिंह, लालमोहन सिंह, बासक रजवार, बूधेश्वर रजवार, राजू सिंह, विकास महतो आदि लोग उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि दिनांक 29 अगस्त को भिलाइपहाड़ी स्थित धर्म 😎 भगवती कंटेनर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में चक्रधरपुर निवासी बरजु महतो का कार्य के दौरान हाथ कटकर अलग हो गया। इसके बाद भी मशीन चलते रहा। इसका विरोध करने पर उनके साथ काम कर रहे मजदूरों को 28 सितंबर यानी लगभग एक महीने के बाद काम से बैठा दिया जाता है। मजदूरों से बात करने से पता चला कि अधिकांश लोगों का पीएफ नहीं कटता है। ईएसआई कार्ड तो किसी का नहीं बना है। कंपनी के तरफ से किसी को कोई गेटपास नहीं दिया गया है। दुर्घटना के स्थिति में कोई सुरक्षा उपकरण नहीं है।