जिला जज दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र यथावत रखने का आदेश दें
नीतीश-हेमंत झारखंडी सिखों के अधिकारों की रक्षा करें
जमशेदपुर। कोल्हान के सिखों की ओर से सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने पटना के जिला जज एवं तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के कस्टोडियन को पत्र लिखकर संयुक्त बिहार के तौर से चले आ रहे दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र को यथावत रखने का आग्रह किया है।
इसके अध्यक्ष भगवान सिंह ने जिला जज को पत्र लिख कहा है कि साल 2000 में बिहार राज्य पुनर्गठन अधिनियम में यह प्रावधान किया गया कि जो मुद्दे या विषय अनसुलझे हैं अथवा जिन पर अंतिम वैकल्पिक फैसला नहीं हुआ है वह यथास्थिति में रहेंगे।
ऐसे में बिहार की एक संस्था द्वारा यह तर्क दिया जाना कि झारखंड बिहार से अलग हो चुका है इसलिए दक्षिणी बिहार निर्वाचन क्षेत्र से झारखंड क्षेत्र के गुरुद्वारों के सिंह सभा के नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाएं।
भगवान सिंह ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा है कि भारत देश में कई राज्यों का गठन हुआ है और आगे भी होता रहेगा। साल 2000 से पहले तक हम बिहार राज्य के निवासी थे और अब भौगोलिक राजनीतिक दशा एवं परिस्थितियों के कारण झारखंड के निवासी हैं लेकिन इससे कोई मुकर सकता है कि हमारी नागरिकता भारतीय नहीं है।
भगवान सिंह ने कस्टोडियन से आग्रह किया है कि गुटबाजी में बटी तक श्री हरमंदिर की प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष ने 6 अगस्त को बैठक बुलाई है और उसमें दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र में छेड़छाड़ अथवा परिसीमन की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। इसकी प्रति पटना एसडीओ, बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार के सचिव एवं कमेटी प्रधान सरदार जगजोत सिंह सोही एवं महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह को भेजी गई है।
बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह के अनुसार बिहार राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 का हवाला देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र भेजा गया है तथा ट्वीट भी किया गया है।
अधिवक्ता कुलविंदर सिंह के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरे सिख जगत में आदर एवं श्रद्धा के साथ देखे जाते हैं और ऐसे में उन्हें झारखंड के धार्मिक सांस्कृतिक अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आकर समाधान का रास्ता निकालना चाहिए। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री भी देखें कि झारखंड के सिखों के हितों की रक्षा किस स्तर तक जाकर की जा सकती है।