कवि डॉ प्रेमसागर का वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
जमशेदपुर। कवि डॉ प्रेमसागर का वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम साथ ही साथ अंतराष्ट्रीय मंच से साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित भी किया गया। यह सम्माम बुलंदी संस्थान द्वारा दिया गया। जिसके संस्थापक विवेक बादलपुरी हैं।यह सम्मान उन्हें हिंदी साहित्य की सेवा भावना को देखते हुए और बहुत ही कम समय मे साहित्य में अपनी एक अलग मुकाम हासिल करने और हिंदी को समृद्ध बनाने के लिए दिया गया।विश्व रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में शामिल हुए आरा के कवि डॉ प्रेमसागर पाण्डेय।
बुलंदी साहित्यिक सेवा समिति अंतरराष्ट्रीय द्वारा आयोजित विश्व के सबसे बड़े वर्च्युअल कवि सम्मेलन में सहभागिता कर विश्व रिकॉर्ड में कवि जी ने बढ़ाया शहर का गौरव यह कवि सम्मेलन 21 अगस्त 2022 से 6 सितंबर 2022 तक अनवरत 400 घण्टे चला था l जिसमें विश्व के 35 देशों के कवियों सहित कुल 3970 कवियों ने प्रतिभाग किया था l अनवरत 400 घण्टे चलने वाले इस रिकॉर्ड को इंडिया वर्ल्ड रिकार्ड द्वारा विश्व रिकार्ड में दर्ज़ किया गया है l इस वर्ल्ड रिकार्ड कार्यक्रम का प्रसारण ऑस्ट्रेलिया ,कनाडा, न्यूजीलैंड, अमेरिका के स्थानीय चैनलों पर भी किया गया था lबुलन्दी संस्थान द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन जो दुनिया का सबसे बड़ा वर्चुअल कवि सम्मेलन स्थापित हुआ।इस खबर को सुनते ही क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल बन गया।।जिसके उपरांत समीपवर्ती क्षेत्रो के आस-पास से शुभकामनाएं आने लगी गाँव,क्षेत्र के लोगों को अपने क्षेत्र पर गर्व महसूस होने लगा,ऐसा लोगो ने बताया।।कवि डॉ प्रेमसागर पाण्डेय वर्तमान में हिंदी की सेवा अपने कर्मभूमि आरा से कर रहे हैं जबकि उनका जन्मभूमि भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखण्ड के भीमपट्टी गाँव रहा।।जिनके पिता श्री भरत पाण्डेय पेशे से एक शिक्षक हैं।अपने बेटे की कार्यप्रणाली से काफी खुश रहते हैं और आगे बढ़ने के लिए हमेशा प्रोत्साहित करते रहते हैं।कवि प्रेमसागर पिछले के वर्षो से हिंदी साहित्य की सेवा में लगे हुए हैं हालांकि मंच काफी देर से मिला।कवि जी बताते हैं 22 सितम्बर को मंचो पर पदार्पण हुआ जिसके परिणामस्वरूप हर साल 22 सितंबर को अपने द्विज पार्दुर्भाव दिवस के रूप में मनाते हैं।।शुभकामनाएं सबसे पहले इनके पिता श्री भरत पाण्डेय जी ने दिया, बड़े भाई शिवजी पाण्डेय,हरेश पाण्डेय नितेश पाण्डेय,गुड्डू ओझा,राजू मिश्रा,हिराकान्त ओझा,शिवाजीत विनीत, कल्पना,स्वाति आदि।।