ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर शहर पहुंचे विधायक इरफान ने जमशेदपुर में पूरे शहर को अशांत करने आए है
जमशेदपुर;उन्होंने अभय सिंह को बाहरी कहा यह हास्यास्पद बयान की आशा कांग्रेस जैसी पार्टी से ही किया जा सकता है जैसी पार्टी वैसे इनके विधायको का चरित्र ?जैसा बीज वैसा वृक्ष ?Dr इरफान अंसारी जी अगर मैं बाहरी हूं तब तो आप पाकिस्तानी हो ?
बाहरी भीतरी का गंदा खेल खेलने के लिए आप यहां आए थे आखिर किसने आपको आमंत्रण किया ?
इस तरह का उलूल-जुलूल बयान देना क्या यही कांग्रेसी संस्कृति है ?
आप इतने बड़े पर्व के मौके पर अपने जामताड़ा क्षेत्र की जनता को छोड़कर जमशेदपुर किस मकसद से आए है ?
जबकि इतने बड़े ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के पर्व में जामताड़ा , जहां की जनता ने विधायक बनाया उनको शुभकामनाएं एवं बधाई देने के बजाए जमशेदपुर जैसे संवेदनशील शहर जमशेदपुर में क्या दंगा फसाद के मकसद से आए है ? जिला प्रशासन एवं सरकार इसकी जॉच करे
जामताड़ा की कांग्रेसी विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी के आने की उपस्थिति में एवं सूचना के कारण ही शहर में पाकिस्तान की झंडा को लेकर मुस्लिम युवा वर्ग मोटरसाइकिल में प्रोटोकॉल का उल्लंघन जोर जबरदस्ती के साथ किए जिसमें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एवं आपकी भूमिका की जांच होनी चाहिए
मैं आपसे पूछना चाहता हूं हरे रंग में चांद और सितारे कि जो झंडे थी जिसकी फुटेज पूरी वीडियो वायरल हो रहा है
उपायुक्त के कार्यालय के सामने में भी मोटरसाइकिल में वह झंडा देखा गया
उसके बारे में क्या आप बताना चाहेंगे की वह झंडा कुरान में, मदरसे में या इस्लाम में कहीं जिक्र है ।
वह झंडा का इस्तेमाल केवल मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में राजनैतिक कारणों से 1906 में मुस्लिम लीग का गठन कर झंडे को हरा रंग एवं चांद,सितारे को अंकित कर अलग देश की डिमांड में भारत की एकता अखंडता एवं संप्रभुता को विखंडित करने के उद्देश्य को लेकर बनाया गया था
1947 की आजादी के बाद मुस्लिम लीग के कहने पर धर्म के नाम पर देश का बंटवारा हुआ उस झंडे को पाकिस्तान ने केवल सफेद बगल में स्क्रिप्ट मुस्लिम लीग के झंडे को ही पाकिस्तान का झंडा बना दिया और मुस्लिम लीग का यह झंडा को पाकिस्तान के प्रथम राष्ट्रपति ने अपने देश का झंडा माना
जिस झंडे का इस्तेमाल कर देश का बटवारा हुआ उस झंडे को फहराना या मोटर साईकिल में लेकर घूमना यह भारत के संविधान , स्वतंत्रता और संप्रभुता का उल्लंघन है
इस्लाम में हरा नही बल्कि काला रंग अधिक अहमियत रखता है हजरत मोहम्मद साहब को भी काला रंग ज्यादा पसंद था तभी उनका नाम काली कमली वाले भी है
हजरत मोहम्मद साहब काला अमामा पहनते थे साथ ही काबा शरीफ पर गिलाफ भी काले रंग का ही है
हजरत मोहम्मद साहब जब काबे में दाखिल हुए थे तो उनके हाथों में हरा नहीं बल्कि शांति और अमन का निशान सफेद झंडा लहरा रहा था . ना कोई हरा
शिया यूपी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन मोहम्मद वसीम रिजवी ने भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की और इस चांद ,सितारे झंडे के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की उन्होंने कहा अपनी दलील में की यह झंडा ना ही किसी मदरसे का है ना ही इस्लाम का है और ना ही यह धर्म का है यह झंडा का प्रयोग केवल मोहम्मद अली जिन्ना ने अपनी राजनीतिक पार्टी का गठन कर देश की आजादी के पूर्व में में किया था और देश बंटवारा हुआ उसके बाद यह झंडा को आत्मसात पाकिस्तान ने किया . इस देश में कुछ ऐसे शरारती तत्व है जो इस झंडे को लहरा कर पाकिस्तानी प्रेम को दर्शाने का प्रयास करते रहते है यह झंडा लगाना, फहराना, लेकर घूमना बिल्कुल ही अपराध है जो भारत के संविधान एकता अखंडता एवं संप्रभुता के लिए खतरा है
अब डाक्टर इरफान अंसारी यह बताएं की यह झंडा का इस्तेमाल जो ईदे ए-मिलाद- उन -नबी के त्योहार में किया गया यह गलत था या सही ,?अगर इस झंडे का इस्लाम से कुरान से मदरसे से कहीं भी तालुकात है तो वह भी जिला प्रशासन पूरे साक्ष्य के साथ यह बताएं की यह झंडा इस्लाम धर्म में कहां पर उल्लेख किया गया है
अन्यथा मैं राज्य के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी एवं जिला प्रशासन से मांग करता हूं ऐसे शरारती तत्व जिन्होंने देश के संविधान कानून को धत्ता बताते हुए झंडा लेकर के घूमते नजर आए हैं उन को चिन्हित कर राष्ट्रद्रोह का केस किया जाए अन्यथा देशभक्त इस आंदोलन को आगे बढ़ाएंगे
जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी के द्वारा देवघर में हिंदुओ के आस्था के केंद्र भगवान शंकर की पूजा की गई थी विधायक यह बताएं कि आपने पूजन के पहले संकल्प किस शास्त्र के अनुसार लिया था और साथ ही मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ कुरान आप एक हाथ में लेकर देश की जनता को यह बताएं क्या आपने कभी प्रतिबंधित मांस का प्रयोग किया था या नहीं ?
अगर कुरान ले करके आप नहीं खाते हैं यह समझा जाएगा आपने देवघर के मंदिर को अपवित्र करने की साजिश की थी ?
भगवान शंकर का पूजन कोई भी धर्म के लोग कर सकते पर उसे पहले अपने धर्म के ग्रंथ को लेकर दुनिया के सामने कसम खाना होगा कि हमने कभी भी हिंदुओं के आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं किया और उनकी गौमाता से संबंधित जिसे सरकार भी प्रतिबंधित की है उसका सेवन प्रतिबंधित मांस कर नहीं किया हो
अगर आपने ऐसा नहीं किया तो हम सभी लोग भगवान शंकर से गंगाजल डालकर के क्षमा मांगेंगे
हिंदुओं की वोट बैंक की राजनीति अगर आप केवल करेंगे और इस पर अगर आप अपना ध्यान नहीं देंगे या समझा जाएगा हिंदुओं की आस्था के साथ आपने खिलवाड़ किया है
आपके क्षेत्र पूरे हिंदुस्तान में साइबर ठग के क्राइम से चर्चित है क्या आपने कभी भी विधानसभा में इसके विरोध में अभियान चलाया है या नहीं ?
आपके क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठिया है या नहीं अगर है तो इसका विरोध आपने किया है या नहीं ??
आपके द्वारा जामताड़ा विधानसभा के नारायणपुर प्रखंड का चिरुडीह गांव के दलित परिवार के प्रधानमंत्री आवास पर जबरन कब्जा करके पूरे दलित परिवार समेत गांव से निकलवा दिया और जबरन धर्म परिवर्तन कर प्रतिबंधित मांस खिलाने का प्रयास किया यह दलित परिवार अनुमंडल कार्यालय के पास 15 दिन तक धरना प्रदर्शन किया है या नहीं ??
आप दलित परिवार के बजाय जो मुस्लिम परिवार दलित को प्रताड़ित कर रहा था उसके साथ क्यों खड़े हो गए क्या यह तुष्टीकरण की राजनीति नहीं??
आपके ऊपर जामताड़ा में दलित उत्पीड़न का केस एससी एसटी का लगा लेकिन पुलिस क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है या बताएं??
जमशेदपुर के उपायुक्त को मैं पत्र लिखूंगा और उनसे मांग करूंगा मैं झारखंड के डोमोसाइल के अंतर्गत आता है या नहीं ?और झारखंड की जनता को जिला प्रशासन स्पष्ट करें
मुझे विधायक डॉक्टर इरफान अंसारी ने बाहरी बोलकर मानसिक प्रताड़ित किया है वह माफी मांगे अन्यथा उनके विरोध में न्यायालय में जाऊंगा