आर ए एफ परिसर में पुलिस स्मरण दिवस पर कवि सम्मेलन में कवि और कवयित्रियों ने मचाया धमाल
जमशेदपुर। सुंदरनगर स्थित 106 बटालियन आर. ए. एफ कैंपस में पुलिस स्मरण दिवस की पूर्व सांध्य पर 106 बटालियन आर. ए. एफ द्वारा भव्य कवि सम्मेलन का अयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में संजय कुमार ( पुलिस उपमहानिरीक्षक जमशेदपुर ) थे। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश के तमाम सैनिकों व जवानों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। कहा की मातृभूमि के प्रति समर्पित करना ही एक सैनिक के जीवन का मुख्य उद्देश्य होता है। विशिष्ट अतिथि के रूप में निशीत कुमार ( कमांडेंट – 106 बटालियन आर. ए. एफ ) ने अपने संबोधन में आरएसके शौर्य गाथा को सबके समक्ष रखा तथा पुलिस संस्मरण दिवस के विषय में जानकारी दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात मंच पर उपस्थित सभी साहित्यकारों का सम्मान मुख्य तथा विशिष्ट अतिथि के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ। सच्चिदानंद मिश्रा ( द्वितीय कमान अधिकारी ) ने स्वागत भाषण के दौरान हिंदी के स्वर्णिम इतिहास पर अपना विचार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान संचालन मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा पेशे से पुलिस अधिकारी तथा शहर के सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार संजय सिंह ने अपने व्यंग के माध्यम से संचालन में चार चांद लगा दिया।
कवि सम्मेलन का आरंभ पूनम महानंद के द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ तत्पश्चात जमशेदपुर से आए ओज के के युवा कवि सूरज सिंह राजपूत ने अपनी ओजपूर्ण अभिव्यक्ति के साथ मंच का संचालन तथा मंच संजय सिंह के हवाले किया।
रांची से आए हुए गजल कार दिलशाद नजमी ने गजलों का जादू दर्शकों पर खूब चला। सूरज सिंह राजपूत ने अपने ओजपूर्ण कविताओं से सैनिकों के भावनाओं तक पहुंचने में सफलता हासिल किया। शहर की युवा कवयित्री अंकिता सिन्हा की देशभक्ति और मां कि जबरदस्त प्रस्तुति पर सैनिक परिवार से भरे हॉल में तालियां बजती रही।
इसके साथ ही संतोष चौबे ने अपने दिलकश अंदाज में दर्शकों को लुभाया तथा लता मानेकर के गीत पर दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट थम नहीं रही थी। हास्य कवि दीपक वर्मा, रांची से आई स्नेहा राय ने बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शकों को
आकर्षित किया। कार्यक्रम के अंतिम चरण में कमांडेंट साहब ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।