झारखंड सरकार के 4 साल मैं खूब भ्रष्टाचार हुआ : राजीव रंजन सिंह
जमशेदपुर। झारखंड सरकार द्वारा आज 4 वर्षो के कार्यकाल का जश्न मनाया जा रहा है। लेकिन जब आप इन चार वर्षो मूल्यांकन करेंगे तो पाएंगे कि यह सरकार भ्रष्टाचार के लिए जानी जाती है। इसी सरकार के कार्यकाल में दो दो प्रशासनिक अधिकारी जेल गए।झारखंड में इन चार वर्षो में कोयला, बालू,पत्थर ,लोहा एवं अन्य खनिज संपदा को चोरी के लिए जानी गई है।
दूसरी तरफ यह सरकार नियोजन नीति को उलझा दिया ,जो नियोजन नीति बनी थी भाजपा की सरकार मे,उसे बदल कर हिंदी,इंग्लिश,भोजपुरी,मगही को हटा दिया, जबकि हिंदी यहां की मूल भाषा है,सभी बच्चे हिंदी में ही मैट्रिक पास हुए है।
मैं समझता हूं की यहां के बच्चो एवं युवाओं के जीवन के साथ इससे बड़ा खेलवाड़ नहीं हो सकता है। मैं माननीय उच्च न्यायालय को धन्यवाद देता हूं की उनके फैसले से हिंदी एवं इंग्लिश वापस आया।
तीसरा अगर सरकार की नाकामी देखी जाए तो जो 2001 में 1932 की खतियान की बात खत्म हो गई थी, उसे वापस लाकर यहां के नवयुवकों को बाहरी और भीतरी में बाटने का काम किया है। मैं झारखंड के सुनहरे भविष्य के लिए इसे अच्छा नहीं मानता हूं।
अगर विकास के पैमाने पर देखे तो इन 4 वर्षो में सरकार द्वारा कोई भी ऐसी उल्लेखनीय कार्य नही किया गया जिसको विकास के पैमाने पर दिखाया जा सके, ना कोई नए उद्योग आया,ना ही कोई बेहतर स्टेट हाईवे बनी है।
साथ ही साथ अगर उग्रवाद की समस्या को देखे तो इन चार वर्षो में पहले के मुकाबले कोल्हान में उग्रवाद बढ़ी ही है। अगर कानून व्यवस्था की बात करे तो आज अच्छी नहीं कही जायेगी। एनसीआरबी के रिपोर्ट के अनुसार झारखंड हत्या में पूरे देश देश में टॉप पर है। पर लाख जनसंख्या में चार हत्या की घटनाएं हुई है।