पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के जिलाध्यक्ष मुकेश मित्तल ने संभाला पदभार
हारने वालों को चितन और मंथन के साथ आगे की तैयारी करनी चाहिए - राधेश्याम अग्रवाल
जमशेदपुर। बुधवार की शाम को साकची स्थित श्री अग्रसेन भवन साकची में आयोजित हुए शपथ ग्रहण समारोह में पूर्वी सिंहभूम जिला मारवाड़ी सम्मेलन के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष मुकेश मित्तल ने पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण के बाद उन्होंने अपनी टीम की घोषणा की। समारोह के मुख्य अतिथि सह जिला मारवाड़ी सम्मेलन के मुख्य संरक्षक राधेश्याम अग्रवाल ने मुकेश मित्तल को शपथ दिलवायी। मौके पर मुख्य अतिथि राधेश्याम अग्रवाल ने सत्र 2023-25 के लिए नयी टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी समाज की हर संस्था का चुनाव होना चाहिए। चुनाव में हार और जीत दोनों होती हैं, लेकिन चुनाव के समय जिस तरह गहमा गहमी रहती हैं, उसी तरह हारने के बाद भी हारने वालों को समाज हित में सहयोग करते रहना चाहिए। पहले से खीची हुई लकीर को मिटाने की नहीं उससे बड़ी लकीर खींचने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हारने वाले उम्मीदवार को हार नहीं मनानी चाहिए, बल्कि चितन और मंथन के साथ आगे जीतने के लिए तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने नये जिलाध्यक्ष मुकेश मित्तल पर भरोसा जताते हुए कहा कि वे अपने लिए कम और समाज के लिए अधिक काम करते हुए समाज को एक नयी दिशा देंगें। नवनिर्वातमन जिलाध्यक्ष अशोक मोदी ने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए गुटों में बांटने की नहीं, एकजूट होने की जरूरत हैं। उन्होंने नयी कमिटी को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन देते हुए आगे बताया कि उनके दो साल के कार्यकाल में उन्होंने समाज से जो वादा किया था, उसमें 80 प्रतिशत कार्य करने में सबके सहयोग से सफलता मिली। अन्य अतिथियों ने कहा कि समाज के लोग समाजोत्थान के कार्यों को मिल जुल कर ऐसा कार्य करे कि दूसरेे समाजों के लिए हमारा मारवाड़ी समाज प्रेरणादायी बने।
इस दौरान मंच पर नवनिर्वातमन जिलाध्यक्ष अशोक मोदी, महामंत्री अरूण गुप्ता, प्रांतीय वरीय उपाध्यक्ष ओमप्रकाश रिंगसिया, प्रमंडलीय उपाध्यक्ष राजकुमार मुदरा, पूुर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल काबरा, रांची जिलाध्यक्ष सुरेश चन्द्र अग्रवाल उपस्थित थे। इससे पहले मंच पर उपस्थित अतिथियों द्धारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर समारोह का उदघाटन किया गया। समारोह का सफल संचालन नयी कमिटी के महासचिव विवेक चौधरी ने किया। समारोह में हर क्षेत्र से आये 100 से अधिक लोगों के कारण समाज की एकजुटता देखने को मिली।