मृत्यु पश्चात भी दुनिया देखेंगी जोशना मोदक की आंखें
जमशेदपुर। बिरसानगर की रहने वाली जोशना मोदक (उम्र 62) की मौत के बाद भी उनकी आंखें रोशनी देती रहेंगी। मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की पहल पर जोशना मोदक के निधन के पश्चात उनके पति सुशील मोदक, पुत्र अरूप मोदक एवं सुपुत्री रूपा मोदक की सहमति से नेत्रदान करवाया गया। जिससे दो लोगों की दुनिया रोशन होगी। इस नेक कार्य में रोशनी संस्था की अध्यक्ष तरु गांधी, डॉ अजय गुप्ता (नेत्र विशेषज्ञ), टिनप्लेट हॉस्पिटल के उषा कुमार, डॉक्टर एस. के. मित्र, सीएमएस रेखा सिंह गांगुली, सिस्टर प्रीति राणा, महिला मंच की पूर्व अध्यक्ष सीमा जवानपुरिया की अहम भूमिका रही। इस पुनीत कार्य के लिए मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर शाखा ने मोदक परिवार एवं रोशनी संस्था को साधुवाद दिया। मालूम हो कि जोशना मोदक का निधन इलाज के दौरान टिनप्लेट हॉस्पिटल में विगत 05 अक्टूबर बुधवार विजयादशमी के दिन हो गया था। नेत्रदान भी उसी दिन टिनप्लेट अस्पताल में ही हुआ। अंतिम संस्कार भुइयाडीह स्वर्णरेखा घाट पर दूसरे दिन गुरूवार 06 अक्टूबर को किया गया। यह जानकारी महिला मंच की सुशीला खीरवाल ने दी। उन्होंने बताया कि मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर शाखा द्धारा कई सालों सेे नेत्रदान महादान पर अभियान चला रहा है। मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करवाने में सक्षम भी हुऐ है। कोविड-19 के तहत विगत 2 वर्षों से कोई भी नेत्रदान नहीं हो पाया था। पुनः इस पुनीत कार्य में जोर शोर से लग गए हैं। इस वर्ष यह दूसरा नेत्रदान हैं। उन्होंने समाज के सभी बंधुओं से अपील किया कि अगर किसी के घर में ऐसी घटना होती है और वे अगर नेत्रदान करवाने में इच्छुक हो तो सुशीला खीरवाल (9431952424) किरण देबूका (9835545555) तरु गांधी (9334048203) एवं सीमा अग्रवाल (7858016351) से संपर्क कर सकते हैं। इस कार्य के लिए संस्था सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करती हैं। मारवाड़ी महिला मंच का नारा है जीते जी रक्तदान, मृत्यु पश्चात नेत्रदान। अभी भी कई दृष्टिहीनों को इंतजार है ऐसे समाजसेवियों का जो मर कर भी अमर होकर किसी को अपनी आंखें दे।