मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास असंगठित एवं ठेका मजदूरों की समस्याओं पर विचार करने के लिए नहीं है समय
जमशेदपुर: मजदूर भाईयों एवं बहनों हमारी युनियन ने 1 मई 2022 मजदूरों का दिवस के दिन एक मांग पत्र मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को दी गई है जिस पर वर्तमान आर्थिक हालत के कारण जो महांगाई आसमान छू लिया है। इसके लिए ठेका एवं असंगठित मजदूरों का एक दिन 8 घंटे का मजदूरी 500+वी डीएस की मांग की गई है। साथ ही साथ मजदूरों के परिवार सहित पूरे चिकित्सा व्यवस्था ईएसआईसी अस्पताल में मिल सकें. मजदूरों के बच्चे को मेट्रीक तक पढ़ने के लिए निशुल्क व्यवस्था की जाए. बाजार के दर से आधे दर पर भोजन से संबंधित वस्तुओं को मिलने की व्यवस्था किया जाए।।निर्धारित न्यूनतम मजदूरी सभी मजदूरों को मिल सके इसके साथ साथ श्रम कानूनों के तहत जो भी आर्थिक लाभ मिलता है उसकी गारंटी के लिए सभी मजदूरों को नियुक्ति पत्र, हाजरी टिकट, आई कार्ड, गेट पास, पेमेंट स्लिप तथा मुफ्त में सुरक्षा साधन मिलना है। श्रम विभाग को मजदूरों के हित में काम करने के लिए अधिक से अधिक शक्तिशाली बनाया जाए ठेकेदारी प्रथा समाप्त किया जाए एवं स्थाई प्रकृति के कामों में लम्बे समय से लगे ठेका मजदूरों को परमानेंट किया जाए।।जमशेदपुर में टाटा स्टील, टेल्को,तार कम्पनी, टिनप्लेट, टीआरएफ, कारखाने में परमानेंट कार्यों में ठेका मजदूरों से त्रिपक्षीय समझौता के तहत जो लागू की गई है जिसे वर्तमान समय में कारखाने के मालिकों के द्वारा उलंघन करते हुए अधिक से अधिक ठेका मजदूरों से कार्य करवाए जा रहा है जो मुख्य रूप से दलित आदिवासी एवं पिछड़े वर्गों के लोगों को अधिक शोषण किया जा रहा है।
इस प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से युनियन के महासचिव सपन घोषाल, युनियन के सचिव रमेश मुखी, चुडा हांसदा,करन हेमब्रम, नरसिंह राव, एस प्रमाणिक, दान माया, सागर मुखी, देवी मुखी आदि उपस्थित थे।