रोटी बैंक की ओर से एमजीएम अस्पताल परिसर में जरूरतमंदों को भोजन कराया गया
जमशेदपुर। भूखों एवं जरुरतमंदो का सहारा बना रोटी बैंक, यह भूख के खिलाफ एक बुलंद कोशिश है, जिसकी जितनी प्रशंशा की जाये वह कम होंगी, उक्त बातें टाटानागर रेलवे के वरीय मेकेनिकल पदाधिकारी सहायक मण्डल यांत्रिक अभियंता ( ADME) श्री प्रदीप गुप्ता ने आज एमजीएम अस्पताल परिषर मे रोटी बैंक के आयोजित शिविर मे भोजन वितरण कार्यक्रम के दौरान कहा कार्यक्रम मे उनके साथ उनकी पत्नी श्रीमती नलिनी गुप्ता भी मौजूद थी। आज के भोजन क़ो ADME ने स्पोंसर किया था, उन्होने बताया कि एमजीएम अस्पताल मे काफ़ी दूर दराज के ग्रामीण परिवेश से गरीब वर्ग ईलाज कराने आते है, ऐसे मे उनकी देखभाल करने वाले पैसे के अभाव मे भूखे सोने क़ो मज़बूर ना हो, इसी उदेश्य से गठित रोटी बैंक ने आज पुरे शहर एवं झारखण्ड मे एक मुकाम हासिल कर लिया है, रोटी बैंक के कारण अब इस शहर मे कोई भूखा नहीं सोयेगा, यह उम्मीद लोगों मे जगने लगी है। कार्यक्रम मे मौजूद रोटी बैंक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने बताया कि रोटी बैंक विगत 6 वर्षो से जमशेदपुर के शहरी एवं ग्रामीण परिवेश मे अपनी नियमित सेवा दें रहा है, यह शहर के समाज सेवी,दान दाताओं एवं सहयोग करने वाले शुभचिंतको के मदद पर संचालित है।।उन्होने बताया कि कोरोना महामारी के कारण गरीबी और बेरोजगारी बढ़ी है, ऐसे मे रोटी बैंक के समक्ष चुनौतिया भी बढ़ी है | हमने गरीब वर्ग के लिए निशुल्क पुस्तकालय की सेवा के साथ इंग्लिश स्पोकन, कम्प्यूटर कोर्स एवं अन्य कोचिंग आरंभ करने का फैसला लिया है, ताकि गरीब बच्चों क़ो मदद पहुंचाई जा सके।