जमशेदपुर/रांची। देश ही नहीं ब्लकि विदेशों में भी भगवान श्री राम की जीवनी का गुणगान करने वाले इटावा की पावन धरती से रांची पधारे प्रख्यात कवि और शिक्षाविद डॉक्टर कमलेश शर्मा एक काव्य गोष्ठी में शामिल हुए जिनको उपस्थित कवि और कवित्रियों ने बहुत ही उत्साहित होकर सुना। काव्य गोष्ठी का सफल आयोजन शकुंतला हिन्दी साहित्य एवं सांस्कृतिक दर्पण और साहित्य 24 के संयुक्त तत्वावधान में कवयित्री अंकिता सिन्हा के नेतृत्व में किया गया। इस गोष्ठी में साहित्य प्रेमियों ने
काव्य जगत के शीर्ष पर विराजमान सुप्रसिद्ध कवि डॉक्टर कमलेश शर्मा, साहित्यिक खुशबू , राम कितने प्रमाण दे, शाश्वत कविता के रचियता सरल शख्सियत आपका झारखंड की पावनी धरा पर ज़बर्दस्त अभिनंदन किया।
कवयित्री मीना बंधन एवं सुप्रसिद्ध कवत्रियी डॉक्टर सुरिंदर नीलम कौर एवं सभी साहित्यिक कविगणों ने अपनी प्रस्तुति दी।
राम काव्य के रचयिता, इतिहासकार, प्रतिष्ठित शिक्षाविद व सुप्रसिद्ध कवि डॉ.कमलेश शर्मा के सम्मानार्थ में महफिल अद्भुत रही। बडे़ सरलीकरण के उदाहरण राम की तरह सहज सौम्य अभिव्यक्ति साहित्यिक बगियाँ कविकुल के स्थापित हस्ताक्षर डॉक्टर शर्मा की कविताओं से सूक्ष्म आयोजन भी विशालता का भव्य रूप धारण कर लिया।
माँ के आशीर्वाद से माँ के मंच से नन्ही कलमकारों को भी बेहद बारिकियों और स्नेह से डाक्टर कमलेश ने सुना। अंकिता सिन्हा, मीना बंधन, मीरा, डॉक्टर नीलम चाहत, अनुज चंदन प्रजापति, चंदा शर्मा रीम्मी रूप सहित सबको प्रेम से सुना गया एवं अन्य गणमान्य कविगणों की उपस्थिति से मंच और भव्य हो गया।