FeaturedJamshedpur

श्रद्धा के साथ गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मना

नानक नाम चढ़दी कला, तेरे भाणे सरबत दा भला

जमशेदपुर। बड़ी श्रद्धा के साथ शुक्रवार को श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया गया। परंपरा के अनुसार गुरुद्वारों में श्री अखंड पाठ के भोग डाले गए और उसके उपरांत गुरु शब्द विचार और कीर्तन दरबार का प्रवाह चला। हजारों सिखों ने आज अरदास कर समस्त मानव एवं जीवो के कल्याण की प्रार्थना की। उसके उपरांत गुरु नानक नाम लेवा संगत ने बड़े ही श्रद्धा के साथ लंगर ग्रहण किया।
शुक्रवार का 552 वा प्रकाश पर्व सिख जगत के साथ ही किसान के लिए राहत आया जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की और इसके साथ ही उन्होंने गुरु नानक देव जी के प्रति अपनी श्रद्धा समर्पण को व्यक्त किया।
क्योंकि शहर में ज्यादातर सिखों का संबंध पंजाब से है जहां उनके परिवार वहां किसानी करते हैं।
गुरु प्रकाश के मौके पर मुख्य समारोह साकची एवं टीनप्लेट में हुआ।
साकची गुरुद्वारा में सुबह में प्रभात फेरी निकाली गई जो मुख्य मार्ग कालीमाटी रोड होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुंची। इसमें शामिल भक्तों के लिए चाय पानी और नाश्ते का प्रबंध कमेटी की ओर से किया गया था।
वहीं दोपहर तकरीबन 3:00 बजे टीनप्लेट 10 नंबर गुरुद्वारा बस्ती से नगर कीर्तन निकाला गया जो सुखिया रोड सिंधु रोड टाटा लाइन होते हुए वापस गुरुद्वारा पहुंचा। प्रवक्ता प्रताप सिंह के अनुसार
फूलों से सजी हुई पालकी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी सवार थे और स्त्री सत्संग सभा एवं अन्य जन शब्द कीर्तन कर रहे थे।
इसकी अगुवाई पथिक परंपरा के अनुसार पांच प्यारे ने की।
झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह के अनुसार इस बार संगत में काफी उत्साह था और लोगों ने कोविड की गाइडलाइन पालन करने में प्रबंधक कमेटी का साथ दिया।
प्रधान हरविंदर सिंह मंटू के अनुसार शाम चार बजे तक, बिष्टुपुर गुरुद्वारा के नवतेज सिंह के अनुसार साढ़े तीन बजे तक, टेल्को गुरुद्वारा के प्रधान गुरमीत सिंह तोते के अनुसार तीन बजे, बारीडीह गुरुद्वारा में तीन बजे तक लंगर का प्रबंध था।
जानकारी के अनुसार कदमा, सोनारी, जुगसलाई स्टेशन रोड, जुगसलाई गौरी शंकर रोड, कीताडीह, परसुडीह सरजामदा, तार कंपनी एवं मानगों में भी संगत में काफी उत्साह देखा गया। प्रधानों के अनुसार काफी दिनों के बाद गुरु घर में रौनक थी और ईश्वर से प्रार्थना की गई कि इस रौनक को पूरी दुनिया में बनाए रखें और भारत पर वाहेगुरु की विशेष कृपा बनी रहे।

Related Articles

Back to top button