तिलक कुमार वर्मा
चांडिल । झारखंड विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र के दौरान सोमवार को गोमिया के आजसू विधायक डॉ लंबोदर महतो ने नीमडीह के चड़क मेला कांड का मामला को उठाया। विधायक ने आजसू के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो को जेल भेजे जाने पर सवाल पूछा है। विधायक ने सदन में अल्प सूचित प्रश्न के तहत पूछा है कि क्या यह सही है कि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के हरेलाल महतो को बामनी चड़क मेला कांड में बिना दोष का पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
क्या यह बात सही है कि हरेलाल महतो उक्त घटना के समय घटना स्थल पर मौजूद नहीं थे तथा उक्त मेला के न तो आयोजक थे और न तो उनकी कोई थी। तथापि राजनीतिक विद्वेष के कारण उन्हें गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तार किया गया है। डॉ लंबोदर महतो ने आगे पूछा है कि
यदि उपयुक्त बातें स्वीकारात्मक है तो क्या सरकार उक्त कांड की न्यायिक जांच कराते हुए हरेलाल महतो को न्याय दिलाना चाहती है, यदि हां तो कब तक और नहीं तो क्यों? उधर, सरकार की ओर से विधायक डॉ लंबोदर महतो के आरोपों को सदन में अस्वीकार कर दिया। वहीं, सवालों का जबाव देते हुए कहा है कि नीमडीह थाना कांड संख्या 30/21 दिनांक 23 अप्रैल 2021 धारा 147/148/149/353/307/323/341/427/186/188/269/270 भादवि 51 आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं 3 महामारी अधिनियम 1897 के तहत प्राथमिकी अभियुक्त हरेलाल महतो को अनुसंधान के क्रम में बामनी में चड़क मेला के आयोजन करवाने एवं पुलिस पार्टी पर पथराव/हमला करवाने तथा स्वयं के द्वारा कोविड -19 के उल्लंघन करने हेतु उकसाने में मुख्य षड्यंत्रकारी की भूमिका पाई गई है। वहीं, जबाव में बताया गया कि अनुसंधान के क्रम में पाया गया है कि बामनी चड़क मेला में हरेलाल महतो द्वारा मेला कमिटी को सहयोग राशि दी गई है। बताया गया कि हरेलाल महतो के विरुद्ध राजनीति द्वेष में कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं।
बता दें कि गत 23 अप्रैल को नीमडीह प्रखंड के बामनी गांव में तीन दिवसीय चड़क मेला के अंतिम दिन पुलिस व ग्रामीणों में झड़प हुई थी। जिसमें दोनों पक्ष के लोग घायल भी हुए थे। बताया जाता है कि यहां मेला बंद कराने के लिए पुलिस पहुंची थी। पुलिस पार्टी पर हमला करने के आरोप में सात ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पुलिस – ग्रामीणों की झड़प में आजसू नेता हरेलाल महतो को भी आरोपी बनाया गया है। गत तीन जुलाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।