राजीव रंजन सिंह (पूर्व डीआईजी) ने सड़क दुर्घटना के रोकथाम के उपाय पर जिक्र किया
जमशेदपुर । 1 जनवरी के सुबह सर्किट हाउस एरिया में घटित गंभीर दुर्घटना में आदित्यपुर के 6 नवयुवकों की दुखद निधन पर शोकाकुल परिवार के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए भविष्य में ऐसे गंभीर दुर्घटना की संभावनाएं को कम करने के विषय में बात किए।
उन्होंने कहा की वह पूर्व में यातायात पुलिस अधीक्षक रांची रह चुके है,एवं यातायात से संबंधित कई सेमिनार में भी शामिल हो चुके है।आमतौर पर किसी भी घटना होने पर आम नागरिक पुलिस को जिम्मेवार मानती है,लेकिन सभी को समझना होगा की सड़क दुर्घटनाओं को रुकने लिए सिर्फ पुलिस की जिम्मेवारी नही है।दुर्घटना का मुख्य कारण ओवरस्पीडिंग, रैश ड्राइविंग,ओवरटेकिंग, ड्रंक एंड ड्राइविंग और यातायात नियमों का पालन नहीं करना है।रोड का ऐसे निर्माण हो जहां घटना का संभावना कम हो,दूसरा इलेक्ट्रॉनिक यंत्रों का निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों को लगवाया जाए,अत्यधिक गति के मापने के लिए यंत्रों को लगवाया जाए,और इन सभी के संचालन के पुलिस कड़ी निगरानी रखें।जमशेदपुर की सड़को पर अधिक गति से मोटरसाइकिल और कारे चला करती है,ऐसी स्थिति में कई बार यातायात पुलिस द्वारा रोकथाम के समय में सड़क घटना घट जाती है।
इन्होंने सुझाव देते हुए कहा की पुलिस ,जुस्को और जेएनएसी के संयुक्त रूप से एक कमिटी बननी चाहिए और ब्लैक स्पोट को चिन्हित किया जाए,जहां अधिक सड़क घटनाएं होती है,और उसकी कारणों को जानने का प्रयास करना चाहिए। शहर में बहुत सारी ऐसी जगह है जहां रोड सीधी एवं अच्छी, जो बहुत सारी गलियों जोड़ती और जिसके किनारे कट भी है,ऐसे स्थान पर स्पीड ब्रेकर होनी चाहिए,जिससे गति धीरे होगी और सड़क दुर्घटनाएं की संभावना कम हो जाएगी। साथ ही साथ नागरिकों को शराब या नशीली पदार्थ का सेवन कर वहां वाहन नही चलाना चाहिए।पुलिस द्वारा पकड़े जाने पर जुर्माना और लाइसेंस रद्द भी किया जाना चाहिए।