भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन के आयोजक सरयू राय ने निम्नलिखित सूचना प्रतिभागियों को दी है जिम्मेवारी
जमशेदपुर। भ्रष्टाचार विरोधी परिणीति प्रतिनिधि सम्मेलन के आयोजक विधायक सरयू राय निम्नलिखित सूचना प्रतिभागियों को दी। उन्होंने बताया कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिन 11 अक्टूबर 2022 को राँची में आयोजित “भ्रष्टाचार विरोधी प्रतिनिधि सम्मेलन” में आपका स्वागत है। सम्मेलन में शामिल होने के लिये पंजीयन संख्या और सम्मेलन स्थल का पता की सूचना आपको प्राप्त हो गई होगी।
अनुरोध है कि सम्मेलन में समय पर पहुँचने की कृपा करेंगे। बेहतर होगा यदि आप अपने आगमन के अनुमानित समय की अग्रिम सूचना मोबाईल संख्या 8877537777 पर भेज देंगे ताकि व्यवस्था में सुविधा होगी।
कहा को आपको सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि आप सदृश 815 प्रतिभागियों ने अब तक सम्मेलन में भाग लेने के लिए स्वेच्छापूर्वक पंजीकरण कराया है।
सम्मेलन स्थल पर जलपान (प्रातः 9 बजे से 10.30 बजे तक) की व्यवस्था और दोपहर 2.30 बजे से सादा भोजन की व्यवस्था है। बीच में आवश्यकतानुसार पेयजल एवं चाय की व्यवस्था सम्मेलन स्थल के बाहर की गई है।
सम्मेलन पूर्वाह्न 11 बजे से आरम्भ होगा और भोजन के बाद तक चलेगा
सम्मेलन में भाषण की नहीं अपितु भ्रष्टाचार उन्मूलन संबंधी संक्षिप्त सुझाव की प्रमुखता होगी। यदि आप अपने यहाँ का कोई वृतांत प्रस्तुत करना चाहें तो कृपया इसे संक्षिप्त में टाईप कर या हाथ से लिखकर उपर्युक्त ह्वाट्सएप नम्बर पर अग्रिम भेज दें या पंजीयन कार्ड प्राप्त करते समय पंजीयन काउंटर पर दे दें तो सभी संचालन व्यवस्था में सहुलियत होगी। इसके साथ आप अपना नाम, ज़िला/विधानसभा क्षेत्र का नाम और अपने पंजीयन संख्या का उल्लेख अवश्य करें।
आप सहमत होंगे कि यह प्रतिनिधि सभा भ्रष्टाचार उन्मूलन की दिशा में एक विनम्र, किन्तु गंभीर, प्रयास है। यह आयोजन हम सभी का है, सम्मेलन में स्वेच्छा एवं स्वप्रेरणा से शामिल सभी प्रतिभागियों का है। सम्मेलन को सार्थक बनाना हम सभी का दायित्व है. सम्मेलन में विमर्श के उपरांत ही आगे की राह तय होगी।
यह ध्यान रखेंगे कि सम्मेलन का प्रकार ग़ैर राजनीतिक है. किसी भी राजनीतिक दल, सामाजिक-स्वैच्छिक संस्था, सरकारी-ग़ैरसरकारी संगठन से जुड़े अथवा नहीं जुड़े व्यक्तित्व एवं विचारधारा से संबद्ध व्यक्ति इसमें शामिल होने के लिये स्वतंत्र हैं और शामिल हो रहे हैं। इसलिए हमारी नज़र में सम्मेलन की गरिमा एवं सार्थकता के प्रति सम्मेलन में भाग ले रहे सभी प्रतिभागी समान रूप से ज़िम्मेदार हैं।
सम्मेलन का उद्देश्य किसी की भी अनावश्यक आलोचना करना नहीं है. वस्तुतः यह सम्मेलन व्यक्तिपरक (सब्जेक्टिभ) नहीं बल्कि वस्तुपरक (आब्जेक्टिव) है। हमारा उद्देश्य समाज व्यवस्था एवं सरकार व्यवस्था को धुन की तरह खाये जा रहे और इसमें जड़ जमाये हुए भ्रष्टाचार के विविध पहलुओं पर विमर्श करना और एक ऐसी व्यवस्था बनाने के लिये सामूहिक चिंतन करना है, जो भ्रष्टाचार उन्मूलन के प्रति सजग, ईमानदार एवं निष्ठावान हो. सम्मेलन में हम मुद्दे पर विमर्श करेंगे।
1974 छात्र-युवा आंदोलन का नेतृत्व करते समय जेपी ने कहा था कि इस आंदोलन का उद्देश्य व्यवस्था परिवर्तन है, सत्ता परिवर्तन नहीं. व्यवस्था परिवर्तन की पहल के दौरान यदि सत्ता परिवर्तन हो जाता है तो यह आंदोलन का एक पड़ाव भर है. पड़ाव के आगे आंदोलन जारी रहेगा। इसे उन्होंने संपूर्ण क्रांति, सतत क्रांति, निरंतर क्रांति कहा। जेपी का यह कथन आज पहले से अधिक प्रासंगिक प्रतीत होता है। उपर्युक्त विवरण के आलोक में सम्मेलन में सार्थक पहल हेतु विमर्श करना आपको सम्मेलन में आमंत्रित करने का उद्देश्य है. आपसे अपेक्षा है कि आप कृपया विमर्श को सार्थक बनाने और भावी कार्यक्रम तय करने में अपनी भूमिका निभायेंगे. स्मरण रखें कि यह कार्यक्रम आपका अपना कार्यक्रम है. कार्यक्रम की सफलता आपकी सफलता है।