बीएसएफ के पूर्व एडीजी मनोहर बाथम और हजारीबाग बीएसएफ के वर्तमान आईजी डीके शर्मा का साहित्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान : सोनी सुगंधा
जमशेदपुर। बीएसएफ के पूर्व एडीजी मनोहर बाथम और वर्तमान आईजी डीके शर्मा का साहित्य के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान रहा है। इन दोनों का साहित्य के प्रति समर्पण समाज को एक अहम ज़िम्मेदारियों के साथ साथ साहित्य-संस्कृति के प्रति रुझान दर्शाता है जो हर क्षेत्र के लिए अनुकरणीय है।
बी एस एफ हजारीबाग के प्रांगण में वनमाली सृजन पीठ सह बी एस एफ हजारीबाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 75वीं स्वतंत्रता दिवस समारोह भव्य रूप से मनाया गया। इस कार्यक्रम में मनोहर बाथम और डीके शर्मा का समर्पण साहित्य के क्षेत्र में देखने को मिला। कार्यक्रम में कविता पाठ और संस्कृति की झलक एक से बढ़कर एक देखने को मिली। मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति दीपक रौशन एवं विशिष्ट अतिथि डी के शर्मा के आशीष तले ये कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे दूरदर्शन के पूर्व डीजी लीलाधर मंडलोई, मनोहर बाथम, सुशील साहिल, सारिका भूषण, वीणा श्रीवास्तव, सोनी सुगन्धा, सपना, मनोज शोहेल, वीर बहादुर के साथ अन्य सैनिकों ने कविता पाठ किया। मनोहर मंडलोई का अध्यक्षीय वक्तव्य हमें और हमारे सैनिकों के लिए शिक्षाप्रद था।