पूर्व मुख्यमंत्री से मिले भोजपुरिया प्रतिनिधि भाषाई विवाद पर मांगी स्पस्ट राय
प्रितपाल सिंह बीजी
जमशेदपुर। मंगलवार को विश्व भोजपूरी विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी कब नेत्र्तव में सभी भोजपुरी संगठन के प्रतिनिधि पूर्व मुख्यमंत्री श्री रघुबर दास से मिल भाषाई विवाद पर अपना रुख स्पस्ट करते हुये भोजपुरी मगही,मैथली और अंगिका के हो रहे पूरे राज्य में विरोध पर आपत्ति दर्ज कराते हुए भोजपुरी भाषा के समर्थन में खड़े होने की बात कही,उक्त अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री सह क्षेत्र के लोकप्रिय नेता रघुबर दास ने बताया कि ये राज्य सरकार का षड्यंत्र है राज्य सरकार पहले ये बताये की क्षेत्रीय भाषाओं के पढ़ाने के लिये क्या विद्यालय बने है और बने है तो उसके शिक्षकों की नियुक्ति हुई है क्या दूसरी तरफ राज्य के शिक्षा मंन्त्री को अगर आपत्ति है तो इस्तीफा दे सरकार से इस तरह के ढोंग क्यों इस तरह के घृणित कार्य कर राज्य में अराजकता फैलाने की साजिस रच रहे है लोग और जनता को दिग्भर्मित कर रहे है श्री दास ने कहा कि नियोजन नीति की नियमावली क्या बनी है यह अभी तय नही राज्य से मातृभाषा हिंदी को ही गायब करने की साजिस रची जा रही है मैं सदैव ही भोजपूरी का सम्मान किया हु और भारतीय जनता पार्टी सभी भाषा का सम्मान करती है।
उक्त अवसर पर भोजपुरिया समाज के तरफ से भोजपुरी साहित्य परिषद के अरविंद विद्रोही ने कहा कि इस राज्य में आग लगाने की मंशा पाले कुछ चुनिंदे नेताओ द्वारा भोजपुरी,मगही,मैथली,और अंगिका भाषा का उपेक्षा की जा रही है जबकि राज्य निर्माण में हम सभी ने अपना योगदान दिया है जिसे भुलाया नही जा सकता है, और भाषाई विवाद को तुल दे राज्य सरकार अपनी कब्र खोद रहीं है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व भोजपुरी विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी,भोजपुरी साहित्य परिषद के अध्यक्ष अरविंद विद्रोही,राष्ट्रीय भोजपुरी मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवलेश्वर पांडेय,विश्व भोजपुरी विकास परिषद के मुन्ना चौबे,मिथिलेश प्रसाद श्रीवास्तब,सुनील सहाय,डीडी त्रिपाठी,प्रमोद पाठक,ताराचंद श्रीवास्तब, साधुचरण सिंह,मुरारी सिंह,अजय किशोर चौबे समेत अन्य लोग मौजूद रहे।