परसुडीह के अजय सेठ की पुस्तक ने जीता जूरी पुरस्कार
जमशेदपुर। परसुडीह थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी अजय कुमार सेठ द्धारा लिखी गयी पुस्तक ‘बेट्रेयल‘ की कहानी ‘विश्वासघात‘ ने जूरी पुरस्कार जीता हैं। ‘विश्वासघात‘ जीवन, जिम्मेदारियों और जोखिमों का पता लगाता है जिसमें वायु सेना के फ्लाइंग ऑफिसर की कहानी शामिल है। एशियन बुक्स पब्लिशर्स द्वारा कोलकाता में आयोजित एक समारोह में लेखक अजय सेठ को सम्मान पत्र एवं मोंमेटो देकर सम्मानित किया गया। इस संबंध में लेखक अजय कुमार सेठ ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के उद्देश्य से इस पुस्तक ‘बेट्रेयल‘ में विमानों और हवाई अड्डों के नामों का उल्लेख नहीं किया गया है। यह किताब किताबों की दुकानों और अमेज़न और फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध है। ‘विश्वासघात‘ एक हार्ड कवर संस्करण है और इसकी कीमत/150 रुपये है। जमशेदपुर से प्रकाशित एक अंग्रेजी दैनिक में पत्रकारिता कर चुके अजय कुमार सेठ भारतीय रेलवे में कार्यरत और टाटानगर में तैनात है। उन्होंने भारतीय वायु सेना के फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में सफलतापूर्वक काम किया और बैंगलोर (अब बेंगलुरु), श्रीनगर, दिल्ली, गुजरात और बीकानेर सहित विभिन्न स्टेशनों पर तैनात थे। उन्होंने श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स में भी काम किया। रक्षा सेवाओं और अन्य क्षेत्रों में उनके शानदार करियर ने उन्हें प्रशंसा दिलाई और उन्हें विदेश सेवा पदक से अलंकृत किया गया। देश की सेवा करते हुए भी लिखने की ललक ने अपने अनुभवों को ढीले पन्नों में या अपनी नोटबुक में लिखने के लिए अजय सेठ ने समय निकाला, जो उन्हें किसी दिन, कभी न कभी अपनी अनूठी कहानी को संकलित करने में मदद करेगा; और इस प्रकार एशियन प्रेस द्वारा यह पुस्तक बेट्रेयल प्रकाशित ‘विश्वासघात‘ किया गया।