निजीकरण के विरोध मे बैक कर्मचारियों की हड़ताल
बैको का निजीकरण लोकतांत्रिक मूल्यो का अपमान
नेहा तिवारी
प्रयागराज। केन्द्र सरकार व्दारा सार्वजानिक क्षेत्रो के बैकों के प्रस्ताविक निजीकरण विधेयक के विरोध मे बैकिंग क्षेत्र के सभी संधठनो ने यूनाइटेड फोरम आँफ बैक यूनियन (यूएफबीयू) व्दारा राष्टव्यापी दो दिवसीय हडताड़ के आहान पर बैक आँफ बडौदा के सभी अधिकारी एंव कर्मचारी आज बैक आँफ बडौदा सिविल लाइंस स्थित मुख्य शाखा पर एकत्रित हुए। प्रदर्शन का नेतृत्व बैक आँफ बडौदा के अधिकारी संगठन के प्रयागराज क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव बेताल अहमद जाफरी व्दारा किया गया।
अहमद ने सरकार के इस अदम की कठोर निंदा करते हुए इसके ग्रामीण क्षेत्रो के विकास पर व्यापक असर पडने की आशंका व्यक्त की ।उन्होने कहा कि सरकारी बैको का निजीकरण करके सरकार लोकतांत्रिक मूल्यो का अपमान कर रही है और अपने कुछ पूजीपति दोस्तो की जेब भर रही है। निजीकरण देश के गरीब एंव मध्यवर्गीय लोगो के साथ छलावा है। वही अहमद ने कहा कि यह लडाई सीधे तौर पर सरकारी दोस्त बनाम सरकारी कर्मचारी है।
और हमे इस आंदोलन मे देश के विभिन्न हिस्सो से किसान और मजदूर संगठनो का समर्थन मिल रहा है। यदि सरकार निजीकरण का प्रस्ताव वापिस नही करेगी तो हम अपना प्रदर्शन और आक्रमण करेगें तथा अनिश्चित कालीन हडताड़ पर जाने के लिए बाध्य होगें।