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भारतीय सेना के शूरवीर नायक देवराज तिवारी पंचतत्व में विलीन… बेटे ने दी मुखाग्नि


जमशेदपुर। भारतीय थल सेना से सेवानिवृत्ति और 1962 1965 और 1971 युद्ध में अपनी अहम भागीदारी निभाने वाले नायक देवराज तिवारी का सैनिक सम्मान के साथ भुइयांडीह स्वर्णरेखा घाट में अंतिम संस्कार किया गया। भारतीय सेना की स्थानीय यूनिट 220 फील्ड रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर की तरफ से जवानों ने रिथ चढ़ाकर श्रद्धाजंलि एवं सलामी दी। वहीं पूर्व सैनिकों की टुकड़ी ने झारखंड राज्य सैनिक निदेशालय के निदेशक ब्रिगेडियर निरंजन कुमार एवं जिला सैनिक बोर्ड चाईबासा के कल्याण पदाधिकारी कर्नल किशोर सिंह के प्रतिनिधि के रूप में रिथ चढ़ाकर सलामी दिए। इस सम्मान यात्रा में सैनिक परिवार के साथ-साथ बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक एवं लौह नगरी के देशभक्ति शामिल हुए। झारखंड पुलिस के पी सी आर ने इस अंतिम सम्मान यात्रा की अगुवाई की। सलामी के बाद बेटे को तिरंगा ध्वज सौंपा गया। हिन्दू रीति रिवाज के साथ पूजा अर्चना के बाद बेटे ने मुखाग्नि दी एवं परिवार के लोगों ने पांच फेर लिए। वीर सैनिक देवराज तिवारी अमर रहें… भारतीय सेना जिंदाबाद… भारत माता की जय… के नारों से पूरा स्वर्णरेखा घाट गूंजता रहा।
वीर सैनिक का पार्थिव शरीर टाटा मुख्य अस्पताल से लाने एवं आवास से बर्निंगघाट तक पार्थिव शरीर को ले जाने के लिए मोक्ष वाहन कोशिश संस्था के संस्थापक एवं समाज सेवी शिव शंकर सिंह के द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराया गया। आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में यूनाइटेड फ्रंट ऑफ़ एक्स सर्विसमैन के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह, पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष बृजकिशोर सिंह जिलामंत्री दिनेश सिंह जिला उपाध्यक्ष डॉ कमल शुक्ला वरिष्ठ सदस्य चंद्रमा सिंह रमेश प्रसाद शर्मा अशोक श्रीवास्तव अजय कुमार रवि कुमार प्रदीप वर्मा कुंदन सिंह अभय सिंह आनंद पाठक अशोक बाजपेई कौशल चौबे उपेंद्र प्रसाद सिंह मुकेश सिंह विजेंद्र सिंह डी के वर्मा राधेश्याम बरमेश्वर पांडे आदि उपस्थित हुए।

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