CRIMENationalUttar pradesh

रायबरेली: वेतन तभी मिलेगा जब मानोगी… महिला प्रोफेसर ने निदेशक, HOD पर दर्ज कराया यौन शोषण का केस, जानें मामला – रायबरेली इंजीनियरिंग कॉलेज की महिला प्रोफेसर ने अपने एचओडी के खिलाफ सेक्सुअल हरासमेंट का मुकदमा दर्ज कराया

राजेश कुमार झा


रायबरेली: यूपी के रायबरेली में फिरोज गांधी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज में महिला शिक्षिकाओं के साथ अमर्यादित व्यवहार करने का मामला सामने आया है। लैंगिक टिप्पणियां करने और यौन शोषण की धमकी देने के भी महिलाओं ने आरोप विभागाध्यक्ष, निदेशक और शैक्षणिक डायरेक्टर पर लगाए हैं। अपने रसूख और ऊंची पहुंच के दम पर आरोप लगाने वाली शिक्षिकाओं को न्याय नहीं मिलने की भी बात बतायी जा रही है। एक महिला ने विभाग के लोगों पर मुकदमा भी किया गया है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच पुलिस विभाग की जगह अब क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है।

प्रोफेसर महिलाओं ने लगाए गंभीर आरोप

फिरोज गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात एक महिला ने अपने साथ हुए लैंगिक उत्पीड़न की शिकायत 1090, पुलिस अधीक्षक और थाना मिलएरिया में की थी। शिक्षिका का आरोप है कि मामले की जांच पुलिस ने आरोपियों के दबाव में की है और उसे न्याय नहीं मिल रहा है।एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में शिक्षिका ने 14 फरवरी 2023 की घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि अध्यापकों की उपस्थिति का रजिस्टर जब उसे नहीं मिला तब शिक्षिका ने कॉलेज के चपरासी से पूछा तो चपरासी ने बताया कि रजिस्टर को विभागाध्यक्ष सुनील वर्मा ने अपने कैबिन में रख लिया है। आरोप है कि शिक्षिका सुनील वर्मा की केबिन में जा रहीं तभी रास्ते में उन्हें सुनील वर्मा मिल गए और उन्होंने उन्हें गालियां दी जान से मारने की धमकी देते हुए अभद्रता और अश्लीलता की। इसके अलावा शिक्षिका ने निदेशक शैक्षणिक दिग्विजय सिंह पर लैंगिक अवध टिप्पणियां करने और उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया है।

मिल एरिया थाने में शिक्षिका की तहरीर पर शैक्षणिक निदेशक दिग्विजय सिंह और कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष सुनील वर्मा पर छेड़छाड़ अश्लील हरकत और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपियों द्वारा शिक्षिका को लगातार परेशान करने की बात बताई जा रही है, इसको लेकर शिक्षिका ने आईजी रेंज लखनऊ तरुण गाबा से मुलाकात की। तरुण गाबा ने मामले की विवेचना मिल एरिया पुलिस से हटाकर क्राइम ब्रांच को दे दी है।

असिस्टेंट प्रोफेसर ने लखनऊ में दर्ज कराया मुकदमा

ट्रेनिंग ऑफ प्लेसमेंट डिपार्टमेंट में तैनात एक महिला असिस्टेंट प्रोफेसर ने लखनऊ के गोमती नगर विस्तार थाने में फिरोज गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक विनोद दोहरे, एस. राम और बीएन दीक्षित मुकदमा दर्ज कराया है। शिक्षिका ने आरोप लगाया है कि मनमाने तरीके से उसका वेतन काट दिया गया और वेतन भुगतान में आनाकानी की जा रही है। वेतन के लिए उसे अकेले मिलने के लिए बुलाया गया लेकिन उसने अस्वीकार कर दिया।

‘वेतन तभी मिलेगा जब मानोगी’

पुलिस को दी गई तहरीर में शिक्षिका ने लिखा है कि उससे कहा गया कि वेतन तभी मिलेगा जब वह विनोद दोहरे की बात मान लेगी। शिक्षिका ने यह भी लिखा है कि उसके कॉलेज में महिलाओं के साथ छेड़छाड़ अभद्रता और अश्लीलता होती है, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिलता क्योंकि यह लोग दबाव और प्रभाव के बल पर सब कुछ समाप्त करवा देते हैं। इसी कारण शिक्षिका ने इस उत्पीड़न की शिकायत रायबरेली में दर्ज ना कराकर लखनऊ के गोमती नगर विस्तार थाने में दर्ज कराई है।

क्या बोले कॉलेज के शैक्षणिक निदेशक

फिरोज गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक शैक्षणिक दिग्विजय सिंह ने बताया है इस मामले पर जो भी कार्रवाई हो रही है वह पूरी तरह से निराधार और गलत है। उनका कहना है कि उन्होंने किसी से भी गलत व्यवहार नहीं किया है, महिलाएं मुझे और कॉलेज को बदनाम करने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जिस अटेंडेंस रजिस्टर की बात की जा रही है, उसमें यह लोग क्लास में समय पर नहीं आना और अपनी उपस्थिति दर्ज करना इसी बात को लेकर कई बार कहासुनी हुई है। इसको लेकर इन लोगों ने अपनी शान समझ ली और हम लोगों पर कई बार आरोप लगाने की बात भी कही है।

‘चाहें तो छात्राओं और महिला प्रोफेसरों से कर लें बात’

निदेशक ने कहा कि वहीं जब बात नहीं बनी तो इन लोगों ने हम सभी पर पुलिस कार्रवाई करने की बात की है। सिंह ने बताया कि अगर हमने किसी तरह का कोई गलत व्यवहार महिलाओं के साथ किया है तो स्कूल में छात्राओं और वहां की महिला प्रोफेसरों से बात कर सकते हैं। यदि दो लोगों के आरोप लगाने से मेरे स्कूल और मेरे विभाग पर बदनामी का दाग लगाया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button