झारखंड सरकार द्वारा नमाज कक्ष आवंटन को लेकर विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा उपायुक्त कार्यालय मैं प्रदर्शन किया गया।
अदिति सिंह
जमशेदपुर;झारखंड विधानसभा अध्यक्ष के आदेश के से मुसलमानों को नमाज कच्छ आवंटित किया गया जो असल राजधानी के स्वाधीनता है कि भारतीय लोकतंत्र में किसी भी राज्य के विधानसभा भवन की अपनी मर्यादा होती है विधानसभा में राज्य के विकास की नीति निर्धारण एक विधान प्रतिस्थापित होती है तथा विकास के कार्य योजना निश्चित होती है विधानसभा के कार्य प्रणाली में आम जनमानस की आस्था होती है विश्वास होता सदन में निर्धारित विधि विधान एवं कार्य योजना स्वर्ग साधारण जनता के लिए ही होता है ना की किसी विशेष के लिए सदन भी किसी धर्म अथवा संप्रदाय से उत्पन्न होता है झारखंड में वैष्णो सतीश जैन मुस्लिम इसाई सहित कई धर्म धर्म तथा भाषा भाषी के लोग रहते हैं परंतु सभी धर्म धाराओं एक भाषा भाषी के जनता के नकारते हुए सिर्फ मुसलमानों को श्रेय देना तुष्टीकरण की पराकाष्ठा को पार करना है झारखंड सरकार फूट डालो शासन करो की नीति अपनाकर समाज के बीच वैमनस्यता बढ़ा रही है जिसमें सामाजिक विद्वेष फैल रहा है अल्पशा अल्प विवेकी झारखंड सरकार के उक्त गलत निर्णय के कारण जन आंदोलन प्रारंभ है जिससे प्रदेश के विकास कार्य में अवरोध हो रही है जिसका प्रभाव प्रदेश की जनता पर पड़ेगा अंतर हिंदू परिषद के कार्यकर्ता उपयोग कार्यालय पर पहुंचे