ज़िला प्रशासन कि दोहरी नीति से नाराज़ हुए मुस्लमान : बाबर खान
झामुमो नेता माइनोरिटी फ्रंट के केंद्रीय महासचिव बाबर खान ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि ज़िला प्रशासन द्वारा लागतार एक समाज को उनके संविधानिक अधिकार राइट टू पोर्टेस्ट से रोक रही है। जिस से अल्पसंख्यक समाज में आक्रोश है। बाबर खान ने कहा ज़िला प्रशासन को ऑल इंडिया माइनोरिटी सोशल वेलफेयर फ्रंट लिखत अवेदन दिनांक 23/2/24 को 8/3/24 मानगो गांधी मैदान में इंसाफ महासभा करने कि अनुमति मांगी थी। लेकिन अनुमंडल पदाधिकारी जमशेदपुर द्वारा विधि व्यवस्था बिगड़ने कि बात कहे कर अनुमती नहीं दी। आखिर क्यों ? आज तक जो भी प्रोग्राम हुआ माइनोरिटी फ्रंट का वो बहुत ही शांति पूर्वक हुई। लेकिन जो गोपनीय शाखा अनुमण्डल आधिकारी जमशेदपुर ने पत्र भेज कर ये लिखा है के 8 मार्च को शिवरात्रि है। ऐसे में विधि व्यवस्था बिगड़ सकती है। और ये आसंका उलीडीह प्रभारी ने दी है। बाबर खान ने कहा के लागतार दूसरे धर्म के लोगों को अनुमति दी जा रही है। और एक खास धर्म के लोगों को खाने से बोलने से पहने से रोका जा रहा है। बाबर खान ने कहा कुछ अधिकारी मुसलीम धर्म विरोधी ताकतें से मिलकर झारखंड सरकार से को बदनाम करने में मदद कर रहे हैं। बाबर खान ने कहा शहीदों कि धरती झारखंड राज्य में भी मुसलमानों को संविधान में मिले अधिकारों से रोकना बहुत बड़ी साजिश है। भाजपा के सरकार में जो अनुमती मिलती थी आज उस पर विराम लगने वाले आधिकारी को चिन्हित करने कि जरूरत है। बाबर खान ने कहा कुछ दिनों पहले पलामू प्रमंडल में दस्तार बंदी किसी मदरसे में चल रहा था। वहां जाकर एक अधिकारी द्वारा बंद करने की कोशिश कि गई जिस कि जानकारी झारखंड अल्पसंखक मंत्री को दीगई। फिर मामला शांत हुआ। आखिर ऐसे अधिकारी किन के इसरे पर ये काम कर रहे हैं। बाबर खान ने कहा झारखंड सरकार को इन गंभीर विषय को संज्ञान में लेना होगा। वरना मुसलीम धर्म के लोग वर्तमान सरकार के प्रति अच्छी सोच नहीं रखेंगे। इसी जमशेदपुर में एक तरफ जुलुस निकल रहा है कहीं मेला का उद्घाटन हो रहा है। विशाल पूजा कि अनुमति दी जा रही है। वहीं एक समाज को डर भय दिखा कर अनुमति नहीं दी जा रही है। बाबर ने कहा एक आंख में काजल एक आंख में सुरमा वाली नीति से बचें ज़िला प्रशासन।