FeaturedJamshedpurJharkhandNational

चंपुआ विस क्षेत्र बना हॉट केक, भाजपा, बीजद वेट एंड वाच की मुद्रा में,पूर्व विधायक सोना महाकुड़ की चुप्पी से राजनीतिक माहौल गर्म

संतोष वर्मा

चाईबासा।।चंपुआ विस क्षेत्र ओडिशा ही नही देश के चंद महंगे और चर्चितझ सीटों ने से एक है।वर्ष 2009 में जबसे ये सीट अनारक्षित हुई है।यहां विटामिन एम का बोल बाला रहा है।हालांकि चंपुआ में बीजद भाजपा कांग्रेस के साथ लेफ्ट का भी जनाधार रहा है।पर स्थानीय क्षत्रप निर्दलीय चुनाव लड़कर चुनाव को प्रभावित करते रहे है।वर्ष 2004 में सोराई उरांव,वर्ष 2009में जीतू पटनायक और वर्ष 2014 में सनातन महाकुड उर्फ सोना महाकुड निर्दलीय चुनाव जीत चुके है।वर्ष 2019 में चंपुआ से बीजद प्रत्याशी मीनाक्षी महतो चुनाव जीती है।सूत्र बताते है यहां बीजद और भाजपा दोनों दल एक दूसरे के प्रत्याशी के साथ निर्दलीय चुनाव लडने वाले क्षत्रपों के आधार पर प्रत्याशी देते है।दोनो दल चुप्पी साध कर वेट एंड वाच की मुद्रा में है।ऐसे में कार्यकर्ताओं में संशय बढ़ गई है।भाजपा बीजद गठबंधन होने से पहले धराशाई होने के बाद एक नई समीकरण देखने को मिल सकती है।पूर्व विधायक सोना महाकुड की चुप्पी ने बढ़ाई राजनीतिक तपिश।।वही पिछले तीन विस और लॉस चुनाओं के साथ नगर निगम और पंचायतों के चुनाओँ में किंग पिन या किंग मेकर की भूमिका में रहने वाले पूर्व विधायक सोना महाकुड की चुप्पी ने राजनीतिक तपिश बढ़ा दी है।सोना सेना सोना के इशारे का इंतजार कर रहे है।

तो भाजपा बीजद खेमा को भी सोना के अगले कदम पर नजर है।सोना कांग्रेस के प्रोडक्शन बताए जाते है।कांग्रेस भी उनकी घर वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रही है।वही हाल के दिनो मे सोना के भाजपा का दामन थामने की पूरी चर्चा थी।सोना बीजद के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते है।वही राजनीतिक टीकाकार बताते है सोना की खामोशी आने वाले राजनीतिक तूफान का संकेत है।सोना इस बार हर हाल में खुद या अपने परिवार के किसी सदस्य को चुनाव लड़ाने के मूड में है।चुनावी गुना भाग की गणित में माहिर सोना अंतिम समय में किसी को समर्थन देकर एक बार फिर किंग पिन बन सकते है।वैसे भाजपा से मुरूली शर्मा,बीजद से मीनाक्षी महतो, कुशो आप्टे,के साथ निर्दलीय  पूर्व विधायक सोना महाकुड और जीतू पटनायक के नामों की भी चर्चा हो रही है।

Related Articles

Back to top button