आत्महत्या रोकने के लिए सबका सहयोग और जागरूकता जरूरी: जीवन
जमशेदपुर: आत्महत्या निवारण के क्षेत्र में कार्यरत जीवन संस्था की ओर से विश्व आत्महत्या निषेध दिवस पर नरभेराम हंसराज इंग्लिश स्कूल बिष्टुपुर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि पी एस रेड्डी एवं विशिष्ट अतिथि हरि सिंह राजपूत, डॉ. दीपक कुमार गिरि, संस्थापक निदेशक डॉ.एम.राम और निदेशक डॉ. जेआर जैन ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पी एस रेड्डी ने जीवन संस्था द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने एक जीवन को बचाने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि जमशेदपुर एक शून्य आत्महत्या शहर बन जाए। हरि सिंह राजपूत ने किशोर समस्याओं, वर्तमान प्रवृत्ति और समस्याओं से कैसे निपटा जाना चाहिए का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आत्महत्याएं जागरूकता से ही रूकेंगी। मुख्य वक्ता डॉ. दीपक कुमार गिरी ने मानसिक बीमारी और इसकी श्रेणियों को दूर करने हेतु बचाव के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तनाव होने पर लोगों से ज्यादा बातें करें। अपने कलीग, दोस्त सहपाठी को अपनी बातें बताएं। जीवन का आनंद लें, तनाव कम रहेगा। डॉ. गिरी ने भी दो उदाहरण देते हुए आत्महत्याएं रोकने के लिए जागरूकता पर ही विशेष जोर दिया। संस्था के द्धारा जागरूकता रैली भी निकाली गयी। इस समारोह में विभिन्न महिला संगठनों के लगभग 60 सदस्यों ने भाग लिया। मौके पर जीवन संस्था द्वारा आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार दिए गए और निर्णायकों को सम्मानित किया गया। अनुकरणीय सेवाओं के लिए संस्था के उप निदेशक एम दुर्गा राव और गुरप्रीत भाटिया को सम्मानित किया गया। दोनों उप निदेशकों ने 20 महीने से अधिक के लिए एक दिन भी बिना ब्रेक रोजाना 15 घंटा सेवा दिया गया। साथ ही स्वयंसेवक एन सी दास, ताराशंकर मुखर्जी, राजीव रंजन, सुमंत कंवर, आनंद विश्वकर्मा को विस्तारित सेवा पुरस्कार और रानू विश्वास, ताराशंकर मुखर्जी, तारू गांधी, उमा गांधी, सुमंत कंवर, एन सी दास को अधिक से अधिक समय तक स्वयंसेवक के रूप में जारी रखने के लिए लंबी सेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।