आंध्र प्रदेश में सिख ग्रंथीयों को सरकारी अनुदान की घोषणा एक सकारात्मक पहल: भगवान सिंह
झारखंड में भी आंध्र प्रदेश की तर्ज पर लागू हो ग्रंथीयों के लिए अनुदान प्रणाली
जमशेदपुर। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन रेड्डी द्वारा सिख ग्रंथीयों के लिए सरकारी अनुदान की घोषणा का स्वागत और हर्ष जताते हुए सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने झारखंड में भी इस प्रणाली को लागु करने की माँग झारखंड सरकार से की है।
बुधवार को सीजीपीसी कार्यालय में बयान जारी करते हुए भगवान सिंह ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन रेड्डी की जितनी तारीफ़ की जाये कम है श्री रेड्डी ने ग्रंथीयों को अनुदान नहीं
उचित सम्मान देने की घोषणा की है जिसका सीजीपीसी स्वागत और प्रशंसा करती है। सरदार भगवान सिंह ने कहा कि वे एक प्रतिनिधिमण्डल के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री से मिलकर इसे झारखंड में भी लागू करने का निवेदन करेंगे।
भगवान सिंह ने कहा की आन्ध्र प्रदेश सरकार ने
सिख धार्मिक संस्थानों को प्रॉपर्टी टैक्स से भी छूट देने की घोषणा कर सिख समुदाय को सम्मान दिया है।
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन रेड्डी द्वारा आंध्र प्रदेश में पुरोहित पादरी एवं मौलवियों को अनुदान मिलता रहा है और अब उसमें गुरुद्वारों के ग्रंथीयों को भी जोड़ा जा रहा है।
साथ ही साथ सिख धार्मिक संस्थानों को प्रॉपर्टी टैक्स से भी छूट देने की घोषणा आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री ने की है और इसके साथ ही वहां गुरमुखी को लेकर भी निगम गठन पर हामी भरी गयी है।