हज़रत बादशाह अब्दुर रहीम शाह उर्फ चुना शाह बाबा रहमतुल्ला अलैह का 53 वाँ उर्स कुरआन खानी से शुरू
जमशेदपुर. यह हर तरफ जो उजाला दिखाई देता है, उन्हीं के नूर का जलवा दिखाई देता है। यह आरजू है वहां जाके मेरा दम निकले, जहां से गुम्बदे खिजरा दिखाई देता है। ताजदार – ए – वेलायत हज़रत बादशाह अब्दुर रहीम शाह उर्फ चुना शाह बाबा रहमतुल्ला अलैह का 53 वाँ चार दिवसीय सालाना उर्स शरीफ आज से दरगाह कमिटी हजरत चुना शाह बाबा, बिष्टुपुर, जमशेदपुर के जानिब से कुरआन खानी के साथ शुरू हुआ। जिसमे मदरसा फैज उल उलूम धातकीडीह के तमाम बच्चों , हाफिजों और उलमाए कराम ने कुरान ए पाक की तिलावत की ओर फातिया पढ़ी गई। कल 21 मई को शाम को तकरीर रात 9 बजे से शुरू होगा, जिसमें उलमाए कराम अल्लामा मौलाना हफीजुद्दीन खतीब, बिष्टुपुर मस्जिद, मौलाना मोहम्मद इजहार अहमद खतीब व इमाम बिष्टुपुर जामा मस्जिद, मोकरीर्र – ए – लाजवाब बुलबुले झारखण्ड हफीज व कारी मौलाना मोहम्मद कलीम कैसर जुगसलाई, शोराय कराम अंदलीबे गुलशने रेसालत हजरत कारी व मौलाना इसहाक अंजुम, बुलबुले बागे मदीना कारी इबरार कैसर औरंगाबादी की शानदार तकरीर पेश की जाएगी। 22 मई रविवार 10 बजे दिन से चादर व संदल गस्त और 1 बजकर 20 मिनट पर चादर पोशी होगी। 2 बजे दिन से लंगरे आम, 9 बजे रात महफिले समा का आयोजन होगा। 23 मई सोमवार 2 बजे दिन से लंगरे आम और 9 बजे रात महफिले समां (कव्वाली) का आयोजन होगा।