सेंट्रल कमेटी के हस्तक्षेप पर मामला सुलझा, कुलविंदर सिंह ने लिखित शिकायत वापस ली
प्रीतपाल सिंह बीजी
जमशेदपुर। सेंट्रल कमेटी के प्रधान सरदार भगवान सिंह एवं संरक्षक तथा तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह के हस्तक्षेप पर बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान कुलविंदर सिंह ने साकची थाना में दी गई लिखी शिकायत को वापस ले लिया है।
कुलविंदर सिंह ने थाना में दिए गए आवेदन में टीनप्लेट 10 नंबर बस्ती गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सुरजीत सिंह खुशीपुर, उसके भाई ज्ञानी कुलदीप सिंह खुशीपुर, पूर्व प्रधान अमरजीत सिंह भामरा एवं छन्नी बाबा 10 नंबर बस्ती गुरुद्वारा कमेटी के सेवादार सवींदर सिंह के खिलाफ मारपीट का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत दी थी।
घटना तकरीबन सुबह सवा ग्यारह बजे की है जब प्रधान भगवान सिंह महासचिव अमरजीत सिंह ने बरेली के विवाद को सुलझाने के लिए बैठक बुलाई थी। कुलविंदर सिंह ने पहले अमरजीत सिंह पर टिप्पणी की उसके बाद सुरजीत सिंह ने गाली गलौज शुरू कर दिया। देते-देखे बात बिगड़ गई और कुलविंदर सिंह पर हमला करने की नीयत से सविंदर सिंह ने रॉड उठाया और कुर्सी फेंकी तथा ज्ञानी कुलदीप सिंह ने उसकी गर्दन दबाया। बीबी कमलजीत कौर गिल, सुखविंदर सिंह राजू , अमरजीत सिंह, भगवान सिंह ने बीच बचाव किया और वहां से सुरक्षित कुलविंदर सिंह को बाहर निकाला।
हमले की आशंका से कुलविंदर सिंह सीधे थाना में गए और उन्होंने लिख कर शिकायत दी। जैसे ही समाज के बड़े नेताओं को इसकी जानकारी हुई तो सरदार इंद्रजीत सिंह ने कुलविंदर पर दबाव बना दिया कि वह पुलिस की बजाय समाज में अपना मामला को निपटाए।
कमलजीत कौर गिल से सुरजीत सिंह ने गलती स्वीकार की और सेन्ट्रल कमेटी में मामला निपट गया तो बीबी कमलजीत ने कुलविंदर सिंह को भी मामला वापस लेने को कहा।
देर शाम को दोनों गुट के लोग थाना में पहुंचे और वहां केंद्रीय कमेटी की ओर से महासचिव गुरुचरण सिंह बिल्ला एवं सुखविंदर सिंह राजू आए और मामला को निपटाया।
इधर कुलविंदर सिंह ने कहा कि वह प्रधान है और 2025 तक प्रधानगी करेंगे। लेकिन समाज कोई सम्मानजनक रास्ता निकालता है तो वह उसे स्वीकार कर लेंगे।