योगेन्द्र कुमार निराला ने उठाई काम की तलाश में मानगो चौक पर जुटने वाले हजारों मजदूरों का मुद्दा।
निवेदन पूर्वक आपका ध्यान एक गंभीर समस्या की ओर आकर्षित करवाना चाहता है।मानगो चौक पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में मजदूरों का जमावड़ा लगा रहता है। इन मजदूरों में पुरुष और महिलाएँ दोनों होते है। सुबह 07:00 बजे से मानगो चौक पर मजदूरों का भारी जुटान होना शुरू हो जाता है, जो दैनिक मजदूरी के तहत काम की तलाश में आते है। ये सभी जमशेदपुर के ही ग्रामीण क्षेत्रों से अथवा मानगो के ही क्षेत्र के होते है। इन मजदूरों को मानगो चौक पर अपनी दो वक्त की रोटी की व्यवस्था करने के लिए घंटों सड़क पर खड़े रहना पड़ता है। इनमें महिलों की स्थिति और अधिक चिन्ताजनक होती है ।
कई महिला मजदूर तो अपने बच्चों की भी साथ लिए रहती है।उन्होंने माँग है कि: मजदूरों के लिए शौचालय की व्यवस्था करवाएँ, मानगो चौक के अगल-बगल इनके बैठने अथवा काम नहीं मिलने,लेट हो जाने पर ठहरने कि व्यवस्था करें। पर या, महिला मजदूर जो कि अपने बच्चों के साथ होती है और खुले में अपने,शिशु को स्तनपान करवाना पड़ता है। ऐसे महिला मजदूरों के लिए कमरों
की व्यवस्था करवाएं।