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बालीगुमा टोला गोड़गोड़ा मैं धूमधाम से मनाया गया खुटाव

जमशेदपुर। शहर से सटे गाँव बालीगुमा टोला गोड़गोड़ा में बड़ी धूमधाम के साथ खूंटाव सम्पन्न हुआ। चारहाव् दल पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाते हुए बीच बीच मे बैलों का का जोश भर रहे थे। पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाने के लिए खिकड़ीघुटू से भी एक दल शामिल हुआ। खूंटाव समापन के बाद सोहराय नृत्य प्रतियोगिता हुआ।
इस अवसर वक्ताओं ने कहा कि सभ्यता के विकास के शुरुआती दौर से पशुधन के साथ गहरा संबंध है। सोहराय पर्व में मानव और पशु एक साथ नाचते गाते है। पशुओं के सहयोग से खेती संभव हो पाता है।पर्व के समय बैल को खेती का काम से दूर रखा जाता हैताकि वह भरपूर आनंद उठा सके।

सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैल के मालिक को पुरस्कृत किया गया जिसमें प्रथम जितेन सोरेन, द्वितीय धानो सोरेन, तृतीय राबुड़ सोरेन। सर्वश्रेष्ठ चरहाव वीर रोहित बास्के को प्रथम और द्वितीय विजय सोरेन को दिया गया।सोहराय नृत्य में प्रथम चम्पा मुर्मू,द्वितीय लक्ष्मी सरदार, तृतीय दानगी सोरेन। सोहराय गाना में प्रथम डुमनी टुडू और सोलमा टुडू द्वितीय रुइबरी सोरेन और मेनका सोरेन, तृतीय बसंती किस्कु, शुक्रमुनि मुर्मू,बुलबुल को पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर मदन मोहन सोरेन, सनातन टुडू,सुकलाल टुडू,ब्रिहोत मार्डी, कृष्णा हांसदा,माझी बाबा सोमाय सोरेन, नायके बाबा सुरेश टुडू, भगीरथ सोरेन, हाड़ीराम सोरेन, सुशांत सोरेन,राखल सोरेन, धनीराम मार्डी, बलराम सोरेन, मुची टुडू, राजेश सोरेन, आकाश बास्के,सुकू हांसदा, मानसिंग टुडू, सोहरोय टुडू, अर्जुन टुडू, मोतीलाल सोरेन, दशरथ सोरेन, आदि उपस्थित थे।

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