बच्चों, अतिथियों, अभिभावकों एवं ग्रामीणों ने भगवान बिरसा मुंडा, वीर शहीद गणेश हांसदा के तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर ली प्रेरणा
वीर सैनिक की याद में जनभागीदारी व सुनियोजित तरीके से संचालित अनूठा अभियान देश भर के लिए प्रेरणा
बहरागोड़ा / जमशेदपुर। झारखंड की धरती, प्राकृतिक व सांस्कृतिक धरोहरों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। झारखंड की धरती भगवान बिरसा मुंडा एवं अनगिनत क्रांतिवीरों का साक्षी रहा है। झारखण्ड के धरोहरों एवं अस्मिता से बच्चों को जुड़ाव महसूस कराने के उद्देश्य से स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप 2021 के लिए चयनित बच्चों का सम्मान समारोह वीर शहीद गणेश हांसदा के कोसाफलिया, बहरागोड़ा स्थित आवास पर आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों, अतिथियों व अभिभावकों ने भगवान बिरसा मुंडा एवं वीर शहीद गणेश हांसदा जी की तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर की। कार्यक्रम में फ़ेलोशिप के दूसरे वर्ष वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप के लिए चयनित चिंगड़ा पंचायत के नारान टुडू, रूपनारायण बेरा, शिवानी घोष, आकाश जाना एवं जयदीप महाकुड़ को शहीद गणेश हांसदा के माता-पिता कापरा हांसदा व सुगदा हांसदा जी ने प्रमाण पत्र एवं मेडल पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान शहीद आवास का माहौल बेहद प्रफुल्लित करने वाला था।
बच्चों को सम्मानित करते हुए माता-पिता कापरा हांसदा व सुगदा हांसदा जी ने कहा कि “शहीद गणेश ने देश के लिए शहादत देकर ना केवल झारखण्ड की धरती का नाम रोशन किया, बल्कि हमारा गांव, हमारा इलाका जहां वर्षों से अशिक्षा, पिछड़ेपन का अंधकार छाया हुआ था, वहां गणेश के शहादत ने एक रोशनी, आशाओं का दिया भी जलाया है, जिससे समूचा गांव रोशन हो रहा है। अब इलाके के सभी घरों में बच्चे गणेश जैसा बनने का सपना देख रहे है, आप सभी बच्चे भी फ़ेलोशिप के माध्यम से पढ़ाई कर निश्चय ही इलाके का, देश का नाम ऊंचा उठाएंगे।” वही बच्चों ने भी गणेश हांसदा फ़ेलोशिप के माध्यम से पढ़ाई करने के अनुभवो के बारे में बताते हुए कहा कि गरीबी व जागरूकता अभाव में हमारी आगे की पढ़ाई अनिश्चित थी, लेकिन फेलोशिप के द्वारा लगातार सहयोग एवं मार्गदर्शन मिलने से हमारा हौसला बढ़ा है, हम खूब मेहनत करके अपने सपनों को पूरा करने की दिशा में कोशिश कर रहे है।
वीर शहीदो व महापुरुषों का सम्मान बढ़ाने में समाज की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण होती है। गणेश हांसदा की ऐतिहासिक विरासत को आगे ले जाने उद्देश्य से ही वीर शहीद गणेश हांसदा फ़ेलोशिप एवं वीर शहीद गणेश हांसदा पुस्तकालय का संचालन जनभागीदारी से किया जा रहा है। निश्चय फाउंडेशन के द्ववारा पिछले वर्ष शुरू अभियान के सकारात्मक प्रभावों को देखते हुए कार्यक्रमों में अब लोगों एवं संगठनो का भी सहयोग मिलने लगा है।
रविवार को आयोजित कार्यक्रम में बुद्धिजीवी मंच पटमदा के पदाधिकारीगण प्रमुखता से शामिल हुए, बच्चों के अनुभवों व उत्साह से प्रभावित होकर मंच के उपाध्यक्ष व पार्षद स्वपन महतो जी ने कहा कि “गणेश हांसदा की याद में निश्चय के द्वारा शुरू अभियान बेहद सार्थक व अनुकरणीय है।” मौके पर उन्होंने फ़ेलोशिप के लिए चयनित एक बच्चे का शैक्षणिक खर्च में अगले पांच वर्षों तक बुद्धिजीवी मंच के माध्यम से सहयोग करने की बात कही। वही एक बच्चे की सहायता हेतु जमशेदपुर की सेवानिर्वित शिक्षिका मानसी चौधरी जी आगे आई है। जमशेदपुर की संकल्प संस्था ने भी 10000 रुपये की सहयोग राशि फ़ेलोशिप को समर्पित की है। वही वीपीआरए एंटरटेनमेंट के माध्यम से भेजी गई स्टेशनरी व पाठ्य सामग्रियां बच्चों को वितरित की गई। कॉलेज के कई विद्यार्थियो ने पुस्तकालय के लिये पुस्तकों का दान दिया है, वही सेव फाउंडेशन ने पुस्तकालय के लिए बुक सेल्फ भेजा है, जिसके माध्यम से अब गांव के बच्चे सहूलियत से पठन-पाठन कर पा रहे है।
निश्चय के संस्थापक सचिव तरुण कुमार ने बताया कि “वीर शहीद गणेश हांसदा जी की याद में शुरू अभियान का परिणाम बेहद उत्साहवर्धक है। किसी सैनिक के शहादत की याद में सुनियोजित तरीके से संचालित यह अभियान सम्भवत देश भर में अपनी तरह का अनूठा अभियान है। अभियान को जनभागीदारी से सफल बनाकर हम देश के अन्य इलाकों के वीर सपूतों की याद में भी कार्यक्रम शुरू करने के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित कर सकते है।” फ़ेलोशिप के माध्यम से चयनित बच्चों को दाखिला शुल्क, पुस्तकें, सामग्रियां, बेहतर तैयारी हेतु अलग-अलग विषयों के ट्यूशन शुल्क, परीक्षा शुल्क, यात्रा इत्यादि में आवश्यक्तानुसार मदद की जाती है। जिसमें प्रत्येक बच्चे पर सालाना अनुमानित 20 हज़ार का खर्च आता है। वर्तमान समय मे फेलोशिप के माध्यम से चयनित 12 बच्चे पढ़ाई कर रहे है। अभियान में सहयोग करने के इच्छुक व्यक्ति या संगठन 8797874082 पर संपर्क कर सकते है।
वीर शहीद के आवास के साथ-साथ वीर शहीद गणेश हांसदा पुस्तकालयों में भी बच्चों एवं ग्रामीणों ने मौक़े पर भगवान बिरसा मुंडा जी की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर एवं उनकी जीवनी पर चर्चा कर झारखण्ड स्थापना दिवस मनाया। मौके पर फ़ेलोशिप परीक्षा में भाग लेने वाले सभी बच्चों को घर-घर जाकर सम्मानित किया गया।