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लक्ष्मी आजीविका सखी मंडल समूह से जुड़कर मुर्गी पालन व्यवसाय से घर की आर्थिक स्थिति में सुधार दूसरों के लिए मिसाल बनी गीता गोप

जमशेदपुर: पोटका प्रखंड के जुडी पंचायत पावरू गांव की गीता गोप का कहना है इनके परिवार में कुल 5 सदस्य हैं 3 बेटा ,पति और मैं हूं गीता 2016 से हडिया दारु बेच कर अपने परिवार का पालन पोषण करती थी, घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण मुझे यह कार्य करना पड़ता था। जिससे कि परिवार और घर में अशांति बनी रहती थी।
इस दौरान पावरू गांव में JSLPS के माध्यम से ICRP दीदीयो ने मिलकर एक समूह का गठन किया समूह का नाम लक्ष्मी आजीविका सखी मंडल है गीता गोप इसी समूह से जुड़ी ,शुरुआत में समूह से जुड़ने के बाद भी 6 महीने तक गीता हडिया दारु बेच कर अपने परिवार को चलाई। इसके पति भी कुछ काम नहीं करते थे। JSLPS के माध्यम से ₹15000 की अनुदान राशि और और सखी मंडल समूह से 10000 रुपए ऋण के रूप में गीता गोप को मिली जिससे उसने मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू किया। लक्ष्मी आजीविका समूह से जुड़ने के बाद अब गीता गोप को कोई दिक्कत नहीं हो रही है, मुर्गी व्यवसाय से हर महीने 9 से 10 हजार का लाभ हो रहा है जिससे इनके परिवार में सब खुश है और इनके बच्चे की पढ़ाई भी सही तरीके से हो रही है। गीता गोप का कहना है कि हम JSLPS का बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं जो कि हमारे परिवार को इस समूह तक पहुंचाएं।

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