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भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा तुलसी भवन में परिषद के ५८ वाॅ फूल के रुप में प्रकाशित भोजपुरी काव्य संकलन “किसिम किसिम के कुसुम” का लोकार्पण सह होली मिलन / वासंती काव्य संध्या का आयोजन

जमशेदपुर । भोजपुरी साहित्य परिषद द्वारा तुलसी भवन में परिषद के ५८ वाॅ फूल के रुप में प्रकाशित भोजपुरी काव्य संकलन “किसिम किसिम के कुसुम”
का लोकार्पण सह होली मिलन / वासंती काव्य संध्या का आयोजन परिषद अध्यक्ष श्री प्रसेनजित तिवारी की अध्यक्षता तथा उपाध्यक्ष श्री अनिरुद्ध त्रिपाठी के संचालन में किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में अरका जैन विश्वविद्यालय के डाॅ. अंगद तिवारी उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रजवलन तथा श्रीमती माधवी उपाध्याय के सस्वर सरस्वती वंदना से हुई —
” जगत व्यापिनी के जय जय हो
हँस वाहिनी के जय जय हो
मातु शारदा अइसन वर द
बुद्धि, विवेक, ज्ञान से भरि द
साहस, सील, हिया में भरि द
संयम, साँच नेह के वर द ।”
ततपश्चात् शहर के सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं परिषद प्रवर समिति के वरीय सदस्य श्री दिनेश्वर प्रसाद सिंह ‘दिनेश’ ने अपने स्वागत वक्तव्य के दौरान परिषद प्रकाशन के ६० वें वर्ष में प्रकाशित इस ५८ वें प्रकाशन के सम्पादक तथा इसके रचनाकारों को शुभकामनाएँ दी । लोकार्पण के पश्चात पुस्तक के सम्पादक श्री कन्हैया सिंह ‘सदय’ ने पुस्तक पर विस्तार से समीक्षात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की । इसके बाद मुख्य अतिथि द्वारा पुस्तक के सम्पादक तथा इसके रचनाकारों के अंगवस्त्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम के दुसरे सत्र में उपस्थित रचनाकारों ने आपस में एक दुसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएँ दी । ततपश्चात वासंती काव्य पाठ का दौर आरंभ हुआ, जिसमें कुल ३२ रचनाकारों ने होली, वसंत एवं सामयिक रचनाओं से कार्यक्रम की सार्थकता प्रदान की । काव्य पाठ करने वालों में सर्वश्री / श्रीमती शीतल प्र. दूबे , विनय कुमार श्रीवास्तव, यमुना तिवारी ‘व्यथित’ , कैलाश नाथ शर्मा ‘ गाजीपुरी’ , हरिहर राय चौहान, डाॅ. उदय प्रताप हयात, आरती श्रीवास्तव , डाॅ. संध्या सिन्हा, निवेदिता श्रीवास्तव, माधवी उपाध्याय, दिव्येन्दु त्रिपाठी,शशि ओझा ‘शशि’, सोनी सुगंधा, विन्ध्वासिनी तिवारी, वीणा पाण्डेय ‘भारती’, ब्रज मोहन राय ‘देहाती’, शेषनाथ सिंह ‘शरद’, बलविन्दर सिंह, डाॅ. संजय पाठक ‘सनेही’, कुमार संजय, जितेश कुमार तिवारी, रीना सिन्हा, संगीता मिश्रा, शकुन्तला शर्मा, सुखवीर कौर, उषा झा, उपासना सिन्हा , सूरज सिंह राजपुत प्रमुख रहे ,जबकि सर्वश्री सुरेन्द्र तिवारी, शिव नन्दन सिंह, अजय प्रजापति, प्रियंका कुमारी, विजय नारायण बेरुका, भंजदेव देवेन्द्र कुमार व्यथित, पूनम सिंह, उषा पाठक, कनिष्का पाठक, कवलेश्वर पाण्डेय , महेन्द्र कुमार तिवारी एवं कई अन्य की उपस्थिति सराहनीय रही।
काव्य पाठ के बाद मुख्य अतिथि डाॅ. तिवारी ने अपने उदबोधन में भोजपुरी में इस तरह के साहित्यिक आयोजन को देख प्रसन्नता व्यक्त की तथा अपने विश्वविद्यालय में भी एक कार्यक्रम कराने की बात कही ।
अंत में परिषद के प्रधान सचिव डाॅ. अजय कुमार ओझा ने उपस्थित लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए होली की शुभकामनाएँ दी । राष्ट्रगान के साथ आयोजन सम्पन्न हुई ।

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