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हिंसा के खिलाफ युवा का मीडिया संवाद

जमशेदपुर। दिसम्बर ।सामाजिक संस्था युवा यूथ यूनिटी फॉर वॉलंटरी एक्शन की ओर से चल रहे 16 दिवसीय अभियान हिंसा के खिलाफ हम सब की आवाज मुझे नहीं मेरे अधिकारों को सुरक्षित करो के तहत स्थान तुलसी भवन बिष्टुपुर में 10 दिसंबर मानव अधिकार दिवस के दिन अभियान का समापन एवं मीडिया संवाद किया गया। युवा संस्था की सचिव वणार्ली चक्रवर्ती ने अभियान के पूरे उद्देश्य को बताया कि अभियान ग्लोबल स्तर पर चल रहा है और महिलाओं लड़कियों और विकलांग लड़कियों के साथ हो रही हिंसा की पहचान करना और उसके लिए आवाज उठाना और उस आवाज के माध्यम से एक पैरवी करना । वर्णाली ने बताया कि इस 16 दिवसीय अभियान के दौरान क्षेत्र से बहुत सारे मुद्दे लड़कियों, महिला और विकलांग लड़कियों के निकल कर आए आज भी कई ऐसे विकलांग साथी हैं जिनका आधार कार्ड नहीं है ।वोटर कार्ड नहीं है। विकलांगता का सर्टिफिकेट नहीं है। सुनसान सड़कों पर छेड़छाड़ रोकने के लिए कोई पेट्रोलिंग की व्यवस्था भी नहीं है। पंचायत भवन में विकलांग साथियों की कोई सूची और योजनाओं की सूची शामिल नहीं है। विकलांग व्यक्तियों को दया का पात्र नहीं माना जाता है ,उनके अधिकारों की सुरक्षा के लिए कोई बात नहीं करता, मीडिया एक कड़ी है ।एक सहयोगी है पैरवी करने के लिए जो अपनी कलम और कागज का इस्तेमाल कर के हर मुद्दों को आगे तक ला सकते हैं लेकिन मीडिया को भी भाषा को लेकर जागरूक होने की जरूरत है जिससे कि वह संवेदनशील होकर बातों को हर स्तर तक पहुंचा सके । झारखंड विकलांग मंच के अध्यक्ष अरूण कुमार ने कहा कि वे विकलांग है इसलिए वह जानते हैं कि किस तरह की समस्याएं विकलांग साथी महसूस करते हैं और संसाधन तक पहुंचने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है विकलांगता के आंकड़े तो बहुत सारे हैं लेकिन मात्र 200000 लोगों को ही सरकार की ओर से मिलने वाला लाभ मिलता है बाकी विकलांग साथी छूट जाते हैं क्योंकि उनका आधार कार्ड नहीं है ।वोटर कार्ड नहीं है ।बैंक खाता नहीं है ।विकलांगता का सर्टिफिकेट नहीं है और सिंगल विंडो काम नहीं होने की वजह से उनको बहुत समस्या होती है , पंचायत स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर पर कमिटियां बनी तो है लेकिन उसमें विकलांग साथियों को शामिल नहीं किया जाता है । कई बार विकलांग साथियों के साथ हिंसा शोषण होता है तो कोई भी उनके साथ खड़ा नहीं होता है और वैसी स्थिति में जब वह बोल नहीं सकती देख नहीं सकती । हम सबको मिलकर बात करने की जरूरत है ,तभी हम बदलाव की राह पर एक पहल कर सकते हैं । हर क्षेत्र में सहभागिता तो होनी चाहिए राजनीतिक भागीदारी में लड़कियों महिला और विकलांग लड़कियों को मौका देना चाहिए । प्रभात खबर के संपादक संजय मिश्रा ने कहा कि भाषा को लेकर मीडिया को सेनेटाइज हुई है लेकिन और भी सेनेटाइज होने की जरूरत है। बातचीत व गोष्टी के माध्यम से एक सूत्र में बंधकर बदलाव की राह में आगे बढे। दैनिक भास्कर के संपादक डॉ संजय पांडेय ने कहा कि हमें समाज के मानस को बदलने की जरूरत है ।स्कूल ,कॉलेज एवं अन्य समुदायों में जाकर विकलांगता के मुद्दे पर बात करनी चाहिए।दैनिक चमकता आईना के संपादक जयप्रकाश राय, जागरण से बिरेंद्र कुमार , झारखंड भारत से शैलेश , SCCN से राजेश सिंह ,लगातार न्यूज़ से धर्मेंद्र मशाल न्यूज़ के एडिटर शशांक शेखर ने इस अभियान की काफी सराहना की और कहा कि हम हर भरपूर सहयोग मुद्दों को आगे ले जाने के लिए करेंगे । कार्यक्रम में मीडिया के साथी, युवा महिला लीडर एवं विकलांग लड़कियां उपस्थित थी। इस कार्यक्रम का संचालन युवा संस्था के संस्थापक अरविंद तिवारी ने किया अंत में धन्यवाद ज्ञापन सुश्री अंजना देवगम ने किया।

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