पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव महिला प्रकोष्ठ श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि शिक्षा का धर्म से कोई लेना-देना नहीं, बल्कि इसका समानता से सरोकार। हम भी सभी के लिए एक समान हो। शैक्षणिक संस्थान धर्म की नुमाइश का नहीं, बल्कि एक भारतीय के रूप में अपनी क्षमताएं दिखाने का मंच है। हिजाब पर राजनीति करने वालों को शर्म आनी चाहिए।
श्रीमती सिन्हा ने कहा कि कर्नाटक में चल रहा हिजाब विवाद निश्चित रूप से प्रायोजित है। इसके लिए किसी विशेष विश्लेषण की आवश्यकता नहीं है। नारा लगाने वाली लड़की के लिए कुछ ही घंटे में हजारों किमी दूर से पांच लाख रुपये के इनाम की घोषणा हो जाती है। पकड़े गए लोगों में कोई छात्र नहीं है। कॉलेज के प्रबंधक के अनुसार यूनिफॉर्म का नियम लागू होने के पहले कोई लड़की हिजाब पहन के नहीं आती थी। अब जबरदस्ती ड्रेसकोड का विरोध हो रहा है। कॉलेज अनुशासन से चलते हैं। ड्रेस कोड या यूनिफॉर्म से छात्रों के बीच समानता और समरसता दिखती है। श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि गरीब अमीर अनापेक्षित अंतर समाप्त हो जाता है। यूनिफॉर्म से एक ही संस्था के सदस्यों में भाईचारा बढ़ता है। य्कर इसकी आड़ में गलत कार्य करते हैं।