सैमसंग ने की सॉल्व फॉर टुमॉरो 2023 की टॉप 30 टीमों की घोषणा
जमशेदपुर। सैमसंग इंडिया ने अपने यूथ एजुकेशन एवं इनोवेशन कॉम्पटीशन सॉल्व फॉर टुमॉरो की टॉप 30 टीमों की घोषणा कर दी है। सैमसंग ने इस प्रतियोगिता की शुरुआत देश के युवाओं के बीच आधुनिक सोच को विकसित करने और समस्या का समाधान करने की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की है। इस प्रतियोगिता में 16 से 22 वर्ष के युवाओं की ओर से चार विषयों से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए आइडिया आमंत्रित किए हैं। इन चार विषयों में एजुकेशन एवं लर्निंग, हेल्थ एवं वैलनेस, एन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी और डायवर्सिटी एवं इनक्लूजन शामिल हैं। ये टीमें झारखंड समेत बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, असम, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली सहित भारत के 15 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश से हैं। प्रतियोगिता में शामिल टॉप 30 टीमों में से, 44 प्रतिशत ने एजुकेशन एवं लर्निंग से जुड़े आइडिया पेश किए हैं। इसके अलावा 23 प्रतिशत टीमों ने एन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी पर, 20 प्रतिशत ने डायवर्सिटी एवं इनक्लूजन पर और 13 प्रतिशत ने हेल्थ एवं वैलनेस पर अपने आइडिया पेश किए हैं। इस सीएसआर प्रोग्राम के इस दूसरे साल के लिए, सैमसंग इंडिया ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के स्टार्टअप हब और आईआईटी दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी) के साथ साझेदारी की है। मालूम हो कि प्रतियोगिता की टॉप 30 टीमों के युवाओं ने समुद्र के जल को पीने योग्य पानी में बदलने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, युवाओं के कौशल विकास, सौर पैनलों की दक्षता में सुधार और लापता बच्चों को खोजने जैसी वास्तविक दुनिया की गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए अपने आइडिया प्रस्तुत किए हैं। उनके द्वारा पेश किए अन्य आइडिया में मासिक स्राव के रक्त के नमूनों की जांच कर महिलाओं में कई बीमारियों का जल्द पता लगाना भी शामिल था। इसके अलावा टीमों ने मानसिक स्वास्थ्य, भोजन की बर्बादी, फसलों में बीमारियों की पहचान, अनुचित कंटेंट से किशोरों की सुरक्षा, और ैज्म्ड फील्ड में लिंग पूर्वाग्रह जैसी समस्याओं को हल करने से जुड़े आइडिया प्रस्तुत किए।