साहित्योदय साहित्य समागम में बही काव्यधारा
पुष्पा पाण्डेय की 2 पुस्तकों का विमोचन, रचनाकारों को मिला साहित्योदय काव्य गौरव सम्मान
जमशेदपुर/राँची : साहित्य कला और संस्कृति को समर्पित साहित्योदय ने करीब दो दर्जन रचनाकारों और चिकित्सको को साहित्योदय गौरव सम्मान दिया। स्थानीय होटल सिटी पैलेस में आयोजित साहित्य समागम का उद्घाटन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ अशोक प्रियदर्शी ने किया। उन्होंने साहित्योदय के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह एक परिवार की तरह पूरे विश्व में अलग पहचान बना चुका है। आज जहाँ लोग अपना परिवार ढंग से नहीं चला पा रहे हैं ऐसे में पंकज प्रियम पूरे विश्व को एक सूत्र में बांधकर रखने में सफल हुए हैं। इस मौके पर पुष्पा पाण्डेय की दो पुस्तक अनकही कथाएँ और रघुनाथ गाथा का विमोचन हुआ। उन्होंने दोनों पुस्तकों के लेखन में साहित्योदय का महत्वपूर्ण योगदान बताते हुए कहा साहित्योदय पटल पर दैनिक लेखन से पुस्तकों का लेखन सम्भव हुआ और इसके लिए पंकज प्रियम ने हौसला दिया। संस्थापक अध्यक्ष पंकज प्रियम ने अपने सम्बोधन में सभी रचनाकारों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि साहित्योदय हमेशा से नवोदित रचनाकारों को वैश्विक मंच और सम्मान देने का काम कर रहा है। साहित्योदय परिवार के सहयोग से आर्थिक रूप से कमजोर लेखकों के पुस्तकों का निःशुल्क प्रकाशन उनकी रचनाओं का प्रसारण किया जा रहा है। इस मौके पर उन्होंने अपनी चर्चित ग़ज़ल ” हर दिल मे भरो चाहत, बस प्यार मुहब्बत हो। गंदी न जुबाँ करना, नज़रों में न नफ़रत हो। कही। उन्होंने बताया कि आगामी महीनों में कई भव्य आयोजन किया जाएगा और जल्द ही अयोध्या में जन रमायण महोत्सव होगा। समागम में राँची के कई प्रसिद्ध चिकित्सकों और साहित्यकारों को साहित्योदय गौरव सम्मान दिया गया।डॉ अभिषेक कुमार सिंह,डॉ शंकेश सिंह,डॉ चंदन दुबे,डॉ विकास कुमार गुप्ता,डॉ अजीत मुंडा ,डॉ प्रशांत कुमार आदि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन हुआ जिसमें राँची, गिरिडीह, देवघर, हजारीबाग के कई कवि-कवयित्रियों ने शानदार काव्यपाठ किया। किसी ने देशभक्ति की अलख जगायी तो किसी ने श्रृंगार के रस बरसाए। किसी की रचना ने आँखे नम की तो किसी ने खूब हँसाया। हर रस से सराबोर कविताओं का शहरवासियों ने खूब आनंद उठाया। काव्यपाठ करने वालो में मुख्य रूप से सुरेंद्र उपाध्याय, संजय करुणेश, डॉ रजनी शर्मा, गीता चौबे, रंजना वर्मा, युगेश कुमार,कामेश्वर सिंह, सूरज श्रीवास्तव, नीता शेखर, मधुमिता साहा, ऋतुराज वर्षा, राजश्री राज, विम्मी प्रसाद, पुष्पा सहाय, रेणुबाला धार,संगीता वर्मा, चंद्रिका ठाकुर देशदीप, चारु मित्रा, सुनीता अग्रवाल, खुशबू बरनवाल, गीता जैन, गिरिजा शंकर, स्मिता, बिंदु प्रसाद और रंगोली सिन्हा थे। कार्यक्रम का संचालन गीता चौबे, रंगोली सिन्हा और खुशबू बरनवाल ने किया। कार्यक्रम का संयोजन राँची प्रभारी डॉ रजनी शर्मा ने किया।